दुनिया की सबसे बुजुर्ग ‘हमारे पूर्वज’ पुआन ने 62 के उम्र में दुनिया को अलविदा कहा
कोलकाता टाइम्स
दुनिया की सबसे बुजुर्ग सुमात्रई ऑरंगुटान (वनमानुष) 62 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा। ऑस्ट्रेलिया में पर्थ के चिडिय़ाघर के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार इस मादा वनमानुष के 11 बच्चे हैं और उसके परिवार के 54 पशु दुनियाभर में हैं ।
पुआन’ नामक मादा वनमानुष की मौत पर्थ के चिडिय़ाघर में कल हुई। वह वर्ष 1968 से वहां रह रही थी। उसे मलेशिया ने इस चिडिय़ाघर को उपहारस्वरूप दिया था। जू के एक अधिकारी हॉली थॉम्पसन ने बताया कि वह यहां की सबसे बुजुर्ग सदस्य थी। यही नहीं , वह हमारे द्वारा संचालित और दुनियाभर में प्रसिद्ध प्रजनन कार्यक्रम की शुरूआत करने वाली सदस्य भी थी । उसने एक उल्लेखनीय विरासत छोड़ी है। ”
ऑरंगुटान के कुल 54 वंशज अमेरिका , यूरोप , ऑस्ट्रेलिया और सुमात्रा में हैं । उसका जन्म 1956 में हुआ था। उसे गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्डस ने दुनिया की सबसे बुजुर्ग सुमात्राई वनमानुष का खिताब दिया था। जंगलों में मादा वनमानुष बमुश्किल 50 की उम्र पार कर पाती हैं।