January 19, 2025     Select Language
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कड़वा सच : किसी भी रिश्ते में धोखा देने के चांस 300 % से अधिक

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कोलकाता टाइम्स :

विशेषज्ञों को कहना है कि किसी भी रिश्‍ते में शुरूआत में दो से तीन बार धोखा देने पर व्‍यक्ति सोचता है लेकिन इसके बाद ये उसकी फितरत या यूँ कहें कि आदत ही बन जाती है। शायद यही वजह है कि कहा जाता है ”एक बार धोखा देने वाला, बार-बार धोखा देता है।”

हाल ही में हुए एक अध्‍ययन में रिसर्चरों ने एक ग्रुप बनाया जिसमें बहुत सारे लोगों को एकत्रित करके उनसे सवाल पूछा कि उनके सम्‍बंध अपने पार्टनर के साथ कैसे हैं और धोखा देने के बारे में पूछा।जिसमें से कई लोगों ने स्‍वीकार किया कि उन्‍होंने अपने पार्टनर को धोखा दिया है। सर्वेक्षण से पता चलता है कि किसी व्यक्ति को किसी रिश्ते में धोखा देने की संभावना 300% अधिक हो सकती है।

एक और दिलचस्प तथ्य यह है कि जिन लोगों को रिश्ते में धोखा दिया गया था, उनके बाद के संबंधों में भी धोखा देने की अधिक संभावनाएं हैं। हो सकता है कि वे एक और धोखे के शिकार हो जाएं जब तक कि वे सबक सीख नहीं लेते हैं या सावधान नहीं हो जाते हैं।

यहां एक और तथ्‍य यह है कि जिन लोगों ने अपने पूर्व रिश्‍ते में शक किया होता है वो आगे भी हर रिश्‍ते में शक करते हैं।
आपको जानकर आश्‍चर्य होगा कि धोखे का परिणाम, दोनों ही पार्टनरों के दिमाग पर पड़ता है। इसका मनोवैज्ञानिक प्रभाव दोनों पर ही होता है। इससे उनका खुद पर काबू नहीं रह पाता है और न ही वो नियंत्रित रह पाते हैं।
इसके पीछे कारण यह माना जाता है कि एक बार धोखा देने पर उसका दिमाग वैसे ही सेट हो जाता है। उसका ब्रेन भी उसे वैसा ही करने की इज़ाजत देता है। बाद में ब्रेन को उसकी आदत हो जाती है।जब भी आप कुछ अनैतिक काम करते हैं तो आपका दिमाग आपको सोचने पर मजबूर कर देता है। इससे आपको गिल्‍टी महसूस होती है। पर अगले ही पल आपको वो काम ठीक लगने लगता है। ये व्‍यवहार का अवांछनीय रूप होता है।

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