महिलाओं का दिल सँभालने के लिए रखे लेडी डॉक्टर ही
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कोलकाता टाइम्स
एक महिला ही दूसरी महिला को बेहतर समझ सकती है। चाहे दिल का मामला ही क्यों ना हो। इसी कारण महिलाओं को दिल की बीमारी होने पर महिला चिकित्सक से ही इलाज कराना बेहतर करार दिया गया। एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया है कि इससे महिलाओं में मौत का खतरा 5.4 फीसदी तक कम हो जाता है।
मिनेसोटा विश्वविद्यालय में अमरीका के लगभग 5.82 लाख हृदयाघात के रोगियों पर हुए अध्ययन में यह बताया गया है। शोधकर्ताओं का मानना है कि पुरुष डाक्टर महिला रोगी के लक्षणों को समझ नहीं पाते हैं, जिससे उन्हें सही उपचार नहीं मिल पाता। इसकी वजह है दोनों में अलग-अलग तरह के लक्षणों का दिखना। अध्ययन के सह-लेखक वाशिंगटन विश्वविद्यालय के सेठ कार्नाहन ने बताया कि जब पुरुष को दिल का दौरा पड़ता है तो उसकी छाती का दर्द इसे स्पष्ट करता है। महिलाओं में अक्सर जबड़े और रीढ़ की हड्डी में दर्द के साथ-साथ फ्लू जैसे लक्ष्णों से शुरू होता है।