केरल: अब मंदिर-मस्जिद के प्रधानों को मिलेगी सरकारी कर्मचारियों जैसी मर्यादा
कोलकाता टाइम्स
अब पुजारी, इमाम और मुअज़्ज़िनो पर सरकारी रहम की बरसात होती दिखी। तेलंगाना सरकार ने राज्य के मंदिरों में पुजारियों को सरकारी कर्मचारी के बराबर, तो वहीं इमाम और मुअज़्ज़िनो को 5,000 रुपये सैलरी देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने बताया कि यह नियम 1 सितंबर से लागू होगा। राज्य के कोष से यह वेतन दिए जाएंगे। इतना ही नहीं जब भी सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में कोई बदलाव होगा तो वही ‘अर्चकों’ पर भी लागू होगा। अर्चक, हिन्दू मंदिरों में पूजा कराते हैं और धर्म विभाग नियम के तहत आते हैं। राव ने कहा कि इनके रिटारयमेंट की उम्र 58 की जगह 65 साल होगी। मुख्यमंत्री ने कहा इमाम और मुअज़्ज़िनो को 1 सितंबर से पांच हजार रुपए दिए जाएंगे।
तेलंगाना सरकार इससे पहले उन्हें एक हजार रुपए देती थी। इसके बाद इसे बढ़ाकर पंद्रह सौ रुपये कर दिया गया था। वहीं बीते दिनों मुख्यमंत्री ने ऐलान किया था कि हर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों को उनके घरेलू उपयोग के लिए 101 यूनिट तक फ्री बिजली दी गई, यह पहले 50 यूनिट था।