मरते-मरते इस देश की चेतावनी ‘कम कर दो ग्लोबल वार्मिंग’
दुनिया में बढ़ते तापमान से समुद्री स्तर बढ़ रहा है और तुवालु इसकी चपेट में है जो प्रशांत महासागर क्षेत्र के कई द्वीपों में एक है। पीएम एनेल ने कहा है कि अगर तुलावु डूब गया तो इसका मतलब होगा कि जलवायु परिवर्तन में बदलाव नहीं आया। ये दुनिया के लिए खतरनाक संकेत होगा।
एनेल ने कहा कि दुनिया को बचाने के लिए तुवालु को बचाना होगा। उन्होंने कहा कि मानव जाति को मिटने से बचाने के लिए हमें एकजुट होने की जरूरत है।
एलेन का कहना है कि लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजकर बचाया जा सकता है पर यह कोई स्थायी विकल्प नहीं है। इससे जलवायु में परिवर्तन नहीं रुकेगा।
तुवालु की आबादी सिर्फ 10 हजार है और इस देश का सबसे ऊंचा स्थान भी समुद्र तल से सिर्फ चार मीटर ऊपर बसा है। बढ़ते तापमान से समुद्री जलस्तर बढ़ रहा है और इससे इसका अस्तित्व खतरे में है। 26 वर्ग किलोमीटर में फैले तुवालु को 1978 में ब्रिटेन से आजादी मिली थी।