बच्चे नहीं इनमें छाया ब्रैस्ट मिल्क पिने का क्रेज, बाजार जोरों पर
कोलकाता टाइम्स :
वैसे तो नवजात शिशु के लिए मां का दूध सबसे उत्तम आहार माना जाता है। खासकर ब्रेस्ट मिल्क ऐसे बच्चों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है जो बच्चे शारीरिक रूप से पूरी तरह से तैयार होने के पहले ही इस दुनिया में आ जाते हैं। यानी प्रीमैच्योर बेबी के लिए ऐसा दूध जरूरी होता है। ऐसा दूध उन्हें कई तरह के इंफेक्शन्स से बचाता है। इससे आगे चलकर बच्चों के दिमाग, ब्लड-प्रेशर और हड्डियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। और इसीलिए वेट लिफ्टर्स और जिम बॉडी बनाने वाले में मां का दूध पिने की अलग क्रेज है।
ख़बरों की मानें तो वेट लिफ्टर्स मसल्स बनाने के लिए ब्रेस्ट मिल्क खरीदकर पी रहे हैं। इसके पीछे कारण यह है कि एक कप ब्रेस्ट मिल्क में उन्हें पर्याप्त मात्रा में वो सभी पोषक तत्व मिल जाते हैं जिसकी उन्हें जरूरत होती है। इसी कारण विदेशों में ब्रेस्ट मिल्क बेचने के लिए ऑनलाइन मार्केट तेजी से उभर रहा है। जिन महिलाओं में जरूरत से ज्यादा दूध बनता है, वे ऑनलाइन अपना दूध वेट लिफ्टर्स को बेच रही हैं।
यूएसडीए की मानें तो एक कप ब्रेस्ट मिल्क में 2.5 ग्राम प्रोटीन, 10 ग्राम फैट, 16 ग्राम कार्ब मौजूद होता है। जबकि एक कप गाय या सोयाबीन दूध में 8 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। इसके अलावा एक कप ब्रेस्ट मिल्क में 87 फीसदी पानी, 7 प्रतिशत लैक्टोज, 3.8 फीसदी फैट और 1 प्रतिशत प्रोटीन मिलता है। भारत में NEOLACTA lifesciences ने ब्रेस्ट मिल्क बैंक खोला है। भारत में अभी 14 मिल्क बैंक हैं।