चट कर जाता है सिंदूर और पीता है तेल
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कोलकाता टाइम्स :
नाम है राकेश यादव और उम्र नौ साल। कक्षा दो का विद्यार्थी और शौक .. आप सोच भी नहीं सकते। राकेश सिंदूर खाता है और पी जाता है तेल। बालू को फांकता है और साबुन को चटनी की तरह चाटता है। वह बदन पर पाउडर लगाता नहीं, खा जाता है। महज तीन वर्ष की उम्र में केरोसिन पीने व सिंदूर खाने की लगी लत के चलते परिवारी जन ने कई बार राकेश को पीटा लेकिन मौका मिलते ही वह एक बार में आधा लीटर केरोसिन गटक जाता है। हरकतों से आजिज परिवारी जन ने उसे सुधारने के लिए काफी जतन किए लेकिन सब बेकार रहे।
गाजीपुर निवासी राकेश के पिता मुंशी यादव छह वर्ष से तरना बाजार में रहते हैं और साड़ी कारखाने में इंब्रायडरी का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि जब राकेश तीन वर्ष का था तो उसे पेटदर्द हुआ। चिकित्सक की सलाह पर उसे एक चम्मच दवा पिलाई गई। रात में जब सब सो गए तो राकेश 100 एमएल शीशी का पूरा तरल पी गया। खास यह कि इसके बाद आज तक उसे पेट दर्द नहीं हुआ। वह बताते हैं-उसे जब भी मौका मिलता है वह कोई न कोई तेल पी जाता है।
अब तक उसे कोई दिक्कत नहीं हुई। यह है पाइका: चिकित्सक काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थित अस्पताल में बालरोग विशेषज्ञ डॉ. ओपी मिश्र बताते हैं कि चिकित्सा जगत में इसे हैबिट डिसआर्डर पाइका के नाम से जाना जाता है। इसमें इंसान सामान्य तौर पर न खाई जाने वाली वस्तुओं को भी खाने लगता है। इसका असर लंबे अर्से बाद दिखता है। अब तक राकेश को कितना नुकसान हुआ यह तो जांच के बाद पता चलेगा लेकिन उसे साइकोलाजिकल काउंसिलिंग की जरूरत है। मनोचिकित्सक डा. अजय तिवारी कहते हैं कि राकेश की कारगुजारी को कुसमायोजी व्यवहार कह सकते हैं। हालांकि उसे सिंदूर व केरोसिन नही खाना-पीना चाहिए लेकिन यदि नहीं खाएगा तो उसे घबराहट, पेट दर्द, बेचैनी व अनिद्रा होगी। मनोचिकित्सक से सलाह लेकर इस आदत को छुड़ाना चाहिए।