मंगलवार को गलती से भी ना हों ये बातें, वरना नहीं बच पाएंगे हनुमानजी के क्रोध से
जो दान दें विशेष रूप से मिठाई तो उस दिन उसका स्वयं सेवन ना करें।
भूल कर भी काले या सफ़ेद वस्त्र धारण करके हनुमान जी की पूजा न करें। ऐसा करने पर पूजा का नकरात्मक प्रभाव पड़ता है। हनुमान जी को लाल रंग प्रिय है इसलिए उनकी पूजा लाल, या पीले वस्त्र में ही करें।
मांस या मदिरा इत्यादि का सेवन करके भूल से भी ना तो हनुमान जी के मंदिर ना जाये और ना घर पर उनकी पूजा न करें। एेसा करने पर हनुमान जी कुपित हो भयंकर परिणाम भुगतने का दंड दे सकते है।
यदि आप का मन अशांत है और आप क्रोध में है तब भी हनुमान जी की पूजा न करें। शांतिप्रिय हनुमान को ऐसी पूजा से प्रसन्नता नहीं होती और उसका फल नहीं मिलता।
हनुमान जी की पूजा में चरणामृत का प्रयोग नहीं होता है।
खंडित अथवा टूटी मूर्ति की पूजा करना भी वर्जित है।