ऐसा कॉलेज जहाँ से कभी कोई स्टूडेंट नहीं हो सका पास
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कोलकाता टाइम्स :
आपको जानकर हैरानी होगी कि ओडिशा के गजापति जिले के जिरांगो में एक जूनियर साइंस कॉलेज ऐसा भी है जहां उसकी शुरुआत से लेकर आज तक एक भी विद्यार्थी पास नहीं हुआ है। यहां आयोजित प्लस 2 (विज्ञान) की परीक्षा में इस बार भी इस साल 27 में से 20 विद्यार्थी शामिल हुए थे, लेकिन कोई भी इस परीक्षा को पास नहीं कर सका। इस कॉलेज में वर्ष 2009 में पहला बैच शुरू हुआ था। वर्ष 2007 में सेंट्रल गवर्नमेंट के फंड से यह कॉलेज इस लिए स्थापित किया गया था कि इससे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के बच्चों को आसानी से शिक्षा मिल सकेगी। 2009 में पहली बार यहां के चौदह विद्यार्थियों ने एग्जाम दिया जबकि अगले साल 5 ही बच्चे एग्जाम दे सके। इसके बाद 2011 और 2012 में 4 और 6 बच्चों ने एग्जाम दिया लेकिन नतीजा शून्य ही रहा।
कॉलेज प्रशासन इसके लिए पर्मानेंट स्टाफ की कमी को जिम्मेदार ठहराता है। यहां पर बॉटनी और मैथमेटिक्स के लिए ही मात्र लेक्चरर हैं। वह भी बरहामपुर से आते हैं। यह लेक्चरर यहां के विद्यार्थियों को केवल हफ्ते में तीन दिन ही पढ़ा पाते हैं। हालांकि, कॉलेज में सुविधा के नाम पर कुछ कमरें हैं जिनमें लैब समेत दूसरी चीजों के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
कलेक्टर ने कहा, हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट को कॉलेज में पर्मानेंट फैकल्टी की नियुक्ति के लिए पत्र लिखा गया है। कॉलेज के प्रिंसिपल केसी पाधे के मुताबिक जब उन्होंने फरवरी में यहां पर पद संभाला था तब भी उन्होंने यहां पर लेक्चरर की पर्मानेंट नियुक्ति का मुद्दा कांफ्रेंस में उठाया था। वहीं कलेक्ट्रेट ने इस कॉलेज को सरकार को हैंडओवर करने की सलाह दी है।