तुरंत बदले ऐसे सोने की पोज़िशन, वरना सेहत कहेगी बाय बाय
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कोलकाता टाइम्स :
कई बार शरीर में होने वाले कुछ दर्द केवल गलत तरह की पोजीशन में सोने की ही देन होते हैं। गलत तरह की पोजीशन में सोने से कई बार गहरी नींद नहीं लग पाती व अन्य समस्या जैसे चिड़चिड़ापन, किसी काम में ध्यान न दे पाना, दिमाग का ठीक से काम न करना, चीजें याद न रहना आदि होती हैं।
आमतौर पर 6-7 तरह की स्लीपिंग पोजीशन होती है, लेकिन क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि आपकी स्लीपिंग पोजीशन कौन सी है? हर स्लीपिंग पोजीशन के शरीर को कुछ फायदे व कुछ नुकसान होते हैं। आइए जानते हैं कि विभिन्न प्रकार की सोने की पोजीशन और उनका सेहत पर असर…
1. सोल्जर पोजीशन : यह पोजीशन योग की शवासन मुद्रा के समान है। इसे सोल्जर पोजीशन कहा जाता है। यह सोने के लिए आदर्श स्थिति भी मानी जाती है। इस मुद्रा में सोने से रीढ़, गर्दन और बाहों को आराम मिलता है, पूरे शरीर का पोश्चर सही रहने में मदद मिलती है, नींद न आने की समस्या दूर होती है तथा झुर्रियों को रोकने में मदद मिलती है।
2. स्टारफिश पोजीशन : इस पोजीशन में सोने से आपकी रीढ़ और गर्दन को आराम मिलता है व सिरदर्द की आशंका कम होती है। लेकिन इस तरह की पोजीशन में बाहों की अजीब स्थिति होने से कंधे की नसों पर दबाव पड़ता है जिससे कंधों में दर्द की समस्या हो सकती है। इस पोजीशन में सोते हुए भी आप तकिए से दूरी बनाने की कोशिश करें ताकि बॉडी को सही पोश्चर मिल सके।
3. लॉग पोजीशन : यदि आप इस पोजीशन में सोते हैं तो आप बाईं तरफ करवट लेकर सोएं। यह रीढ़ की हड्डी के लिए आदर्श स्थिति होती है। इस तरह सोने से खर्राटे भी कम आते हैं। गर्भवती महिलाओं के लिए यह सबसे अच्छी पोजीशन है। लेकिन इस पोजीशन में सारा भार एक तरफ आने से आपको पीठ व हिप दर्द की शिकायत हो सकती है। इस तरह सोने से उम्र जल्दी अपना असर डाल सकती है, चेहरे पर झुर्रियां आ सकती हैं व स्तनों में ढीलापन आ सकता है।
4. फेटल पोजीशन : यदि आप गौर करें तो यह पोजीशन भ्रूण की स्थिति के समान है। यह महिलाओं में सबसे लोकप्रिय सोने की स्थिति है। इसमें सोते हुए भी आप बाईं ओर करवट से सोएं और थोड़ी-थोड़ी देर में करवट बदलते रहें। तकिए का उपयोग करें।
5. फ्रीफॉल पोजीशन : इसमें आप अपने पेट के बल सोते हैं। अधिकांश विशेषज्ञ इस प्रकार से सोने के लिए मना करते हैं। ऐसे सोने के दौरान आपके आंतरिक अंगों पर अप्राकृतिक जोर पड़ता है, जो सेहत के लिए अच्छा नहीं होता।