दाऊद, सुना रहा लोगों को रामायण
कोलकाता टाइम्स :
धर्म कोई भी हो वे इंसान को इंसान से प्यार करना ही सिखाता है। इसकी जीवंत उदाहरण हैं छत्तीसगढ़ के धमतरी निवासी दाऊद खां। ९३ वर्षीयदाऊद खां का रामायण से गहरा लगाव है। वे कई वर्षों से रामायण का पाठ कर रहे हैं। उनके लगाव को देखकर लोग दाऊद खां को रामायणी कहने लगे हैं। सेवानिवृत्त शिक्षक दाऊद के बारे में मशहूर है कि जब वे शिक्षक बनने लगे थे तभी उनकी जान पहचान सालिगराम द्विवेदी तथा पदुमलाल बख्शी से हुई। बस इन दोनों की प्रेरणा से ही दाऊद खां रामायण का पाठ करने लगे। दाऊद ६८ साल से रामायण लोगों को सुना रहे हैं।
लोगों को भगवान राम के आदर्शों के बारे में बताते हैं और उनसे सीख लेने की प्रेरणा देते हैं। उनके कहने पर कई लोगों ने जनकल्याणकारी कार्य शुरू किए हैं। १९७२ में दाऊद खां को राष्ट््पति पुरस्कार प्रदान किया गया। जब पुरस्कार मिला तब उन्होंने राष्ट्रपति भवन में रामायण का प्रवचन दिया। दाऊद को जितना पैसा रामायण के पाठ से मिलता है वे जनकल्याण पर खर्च कर देते हैं। १९ लोगों को पढ़ाई में वे र्आिथक मदद कर चुके हैं।