दूध-शक्कर के मिठास के बगैर पाकिस्तान में कैसे मने ईद?
कोलकाता टाइम्स :
पाकिस्तानी रुपया डॉलर के मुकाबले अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया. पाकिस्तानी रुपये की कीमत 151 प्रति डॉलर पर आ गई। रुपये में गिरावट की वजह से पाकिस्तान में खाने के सामान की कीमत दिनों दिन बढ़ रही है, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
खास बात ये है कि इन दिनों मुस्लिम धर्म का सबसे पवित्र महीना रमजान चल रहा है। ऐसे में फलों, दूध, सब्जियों के दाम बढ़ने से आम आदमी परेशान है। घरेलू सामान के अलावा इंपोर्टेड फूड आइटम्स की कीमतें बढ़ने लगी है। इंपोर्टेड फूड आइटम्स की कीमतें 15 से 20 फीसदी तक बढ़ गई है। इसलिए कई इम्पोर्टर्स ने पाकिस्तान में इंपोर्टेड फूड आइटम्स की बिक्री रोक दी है।
पाकिस्तान के अखबार डॉन में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, कराची होससेलर्स ग्रोसर्स एसोसिएशन (KWGA) के चीफ अनिस मजीद का कहना है कि रुपये-डॉलर में अनिश्चितता से इंपोर्ट कॉस्ट बढ़ गया है जिसका असर पाकिस्तानियों पर बहुत ही खराब पड़ेगा।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान वनस्पति मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन (PVMA) के चेयरमैन तारिक उल्लाह सुफी ने कहा, वेलेटाइल एक्सचेंज रेट का पाकिस्तान पर निगेटिव इम्पैक्ट पड़ेगा। इसलिए हम अगले हफ्ते से घी और कुकिंग ऑयल पर 5 रुपये प्रति किलो/लीटर छूट वापस लेने की सोच रहे हैं।