सिर्फ 4 नीति और बचत ही नहीं धन में इजाफा भी
कोलकाता टाइम्स :
हर मनुष्य धन कमाने के पीछे रहता है। धन का प्राप्त होना, वृद्धि होना और बचत ये तीनों बहुत जरूरी हैं। कई लोगों की ये समस्या रहती है कि उनके हाथ में जितनी जल्दी पैसा आता है उतनी जल्दी चला भी जाता है। कुछ लोगों की परेशानी ये रहती है कि उनके हाथ में पैसा ही नहीं आता है, उन्हें धन प्राप्त कने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। जिन लोगों के हाथ में पैसा ही नहीं आता है तो वो उसकी वृद्धि के लिए क्या उपाय करेंगे।
आइए जानते हैं कि विदुर ने धन संपत्ति में वृद्धि करने के लिए कौन सी नीतियां बताई थीं जिनसे धन से जुड़ी परेशानियों का हल मिलता है।
1. पहला तरीका : विदुर के मुताबिक व्यक्ति को अच्छे मार्ग पर चलना चाहिए। गलत रास्ते पर चलकर जल्दी और ज्यादा धन हासिल किया जा सकता है लेकिन ऐसा पैसा कभी भी फलता फूलता नहीं है। पाप का घड़ा भरते ही व्यक्ति सड़क पर आ जाता है। इसलिए परिश्रम और ईमानदारी से धन कमाना चाहिए।
2. दूसरा तरीका: धन का सही प्रबंधन जरूरी है। आज व्यक्ति अपने धन को अच्छी पॉलिसी और निवेश की योजनाओं में लगाता है जहां से उसे अच्छा रिटर्न मिले। विदुर ने ये बात महाभारत के वक्त ही बता दी थी। धन का सही इस्तेमाल और समझदारी भरी योजनाओं में निवेश जरूरी है।
3. तीसरा तरीका :अपनी इन्द्रियों पर नियंत्रण रखना जरूरी है। व्यक्ति को सही जगह निवेश के साथ साथ खुद पर नियंत्रण रखना भी जरूरी है। खर्चीले स्वाभाव और बाहर का खाना खाने के शौक के कारण बेवजह ज्यादा खर्च होता है। अगर आप आय और व्यय में संतुलन बनाकर रखेंगे तो बचत में मदद मिलेगी।
4. चौथा तरीका: दूसरों से तुलना और उनकी देखादेखी ना करें। खुद पर संयम रखना जरूरी है मानसिक, शारीरिक और अपने विचारों को नियंत्रण में रखकर धन की बचत की जा सकती है। भौतिक सुख सुविधाओं के पीछे ना भागें। आप किसी चीज की खरीदारी के वक्त सोचें कि क्या सच में आपको उस सामान की जरूरत है या सिर्फ दिखावे के लिए ही आप उस वस्तु में अपना धन लगा रहे हैं। व्यक्ति को धन की बचत ही नहीं उसे कैसे बढ़ाया जाए इसपर भी ध्यान देना चाहिए। आपके लिए ये बात जानना भी जरूरी है कि उस घर में धन बचने की संभावना अधिक रहती है जहां सदस्यों के बीच प्रेम, प्रसन्नता और एकता रहती है।