नए आगाज़ : चोटिल खिलाडी की जगह गेंदबाजी-बल्लेबाजी भी कर सकेगा सब्स्टिट्यूट उसकी
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कोलकाता टाइम्स :
चोटिल खिलाडियों को बल्लेबाजी, विकेटकीपिंग से भी मिलेगी मुक्ति। अब तक के नियम अनुसार खेल के दौरान अगर कोई खिलाडी चोटिल हो जाता है तो उसकी जगह लिया गया सब्स्टीट्यट सिर्फ फील्डिंग ही कर सकता था। लेकिन अब सब्स्टिट्यूट बल्लेबाजी, गेंदबाजी और विकेटकीपिंग भी कर सकता है। अगस्त से इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली एशेज सीरीज से सब्स्टिट्यूट खिलाड़ियों से संबंधित नया नियम लागू हो सकता है। नया नियम लागू हुआ तो बल्लेबाज के चोटिल होने पर बल्लेबाज और तेज गेंदबाज चोटिल होता है तो उसकी जगह तेज गेंदबाज को शामिल किया जा सकेगा। ऐसे खिलाड़ी को कन्कशन सब्स्टिट्यूट कहा जाएगा।
इस नियम को लागू करने के लिए लंदन में चल रही आईसीसी की वार्षिक कॉन्फ्रेंस में बातचीत की जाएगी। ऐसा माना जा रहा है कि इसे जल्द लागू कर दिया जाएगा ताकि वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के तहत खेले जाने वाले सभी मैचों में इस नियम का इस्तेमाल किया जा सके।
रविवार को समाप्त हुए वर्ल्ड कप के दौरान जोफ्रा आर्चर की गेंद पर पहले दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला और उसके बाद ऑस्ट्रेलिया के एलेक्स केरी चोटिल हो गए थे। अमला चोट के बाद मैदान से बाहर हो गए थे। वे दोबारा बल्लेबाजी के लिए नहीं लौटे। दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया के केरी ने चेहरे पर पट्टी बांधकर बल्लेबाजी की थी। इस दौरान उनकी चोट से लगातार खून निकलता रहा। अब ऐसी स्थिति शायद देखने को न मिले।