सावधान : कमरे में बहार की कोई रोशनी ना आये, वरना …
कोलकाता टाइम्स :
दिन भर की थकान के बाद जब रात को आप सीधा बिस्तर पर सोने जाते है तो सोचते है कि अब ऐसा सोयेंगे कि सुबह तक नींद ना खुले और सारी थकान भी दूर भाग जाए। लेकिन क्या आप जानते है कि यदि रात को सोते समय आपके कमरे में रौशनी आती है तो इसका सीधा सीधा असर आपकी नींद पर पड़ता है। एक ताजा ताजा शोध के अनुसार अगर आपके आस-पड़ोस में रात में खूब रोशनी रहती हो तो आप अच्छी तरह सो नहीं पाएंगे। जिससे दिन में भी आपकी कार्यक्षमता प्रभावित होगी। कनाडा के वेंकुवर में 68वें अमेरिकन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी में अप्रैल 2016 में इस शोध को प्रस्तुत किया जाएगा जो रात में रोशनी से नींद प्रभावित होने के बारे में की गई है।
चिंता की बात यह है कि हमने अपने आसपास अंधेरे के आवरण को कम कर दिया है जिससे हमारी नींद प्रभावित हो रही है। इसका एक कारन यह भी है कि हमारी दुनिया 24 घंटे काम करने वाला समाज बन गया है। हम बाहर स्ट्रीट लाइट आदि से खूब रोशनी रखते हैं ताकि कामकाज और सुरक्षा के लिहाज से कोई परेशानी ना हो।
शोध में यह भी बात सामने आई कि ग्रामीण इलाकों और छोटे शहरों की तुलना में बड़े शहरों के लोग तीन से चार गुना अधिक रात के प्रकाश में रहते हैं। इस शोध के लिए 15 हजार 863 लोगों का फोन द्वारा 8 सालों तक सर्वे किया गया, जिसमें नींद से जुड़ी आदतों और नींद की गुणवत्ता जैसे सवाल किए गए थे।
निष्कर्षों के अनुसार, कम प्रकाश में रहने वाले लोगों की तुलना में जो लोग अधिक प्रकाश में रहते थे वह नींद की कमी से जूझते दिखायी दिए। इसलिए अब जब भी रात में सोने जाए तो ध्यान रहे कि कमरे में बहार की कोई रोशनी ना आरही हो।