धरती पर बढ़ रहे मोटे लोग, घट रही भोजन, पानी
कोलकाता टाइम्स :
एक ज़माना था जब हमे सिर्फ गिने चुने लोग ही ऐसे मिलते थे जिनकी बॉडी फैट से लबालब होती थी। लेकिन अभी हुए एक शोध से पता चला है कि दुनिया में मोटे लोगों की गिनती पतलों से ज्यादा हो गई है। एक बड़ा खतरा बिना शोर मचाए बढ़ता चला जा रहा है। इसके साथ ही बीमारियां और भोजन पानी की कमी भी बढ़ती जायेगी। मोटे लोग ज्यादा ईंधन और भोजन खर्च करते हैं। मोटे लोगों की पापुलेशन इसी तरह से बढ़ती रही तो यह लंबे समय नहीं चल सकता।
पिछले 40 सालों में दुनिया के 200 देशों के लोगों के बॉडी मास इंडेक्स के अध्ययन से बात सामने आई है। इसके मुताबिक, वयस्क मोटे लोगों की गिनती जो कि 1975 में 105 मिलियन थी वो अब बढ़कर 641 मिलियन हो गई है।
सन 1975 के बाद से मोटे मर्दों की गिनती तीन गुना और मोटी औरतों की गिनती दोगुने से ज्यादा बढ़ी है। इस दौरान कम वजन वाले लोगों की गिनती करीब एक तिहाई कम हुई है।