इमरान से नाराज दिख रहे पाकिस्तान के बिधाता, गैरहाजरी ने दिया संकेत
कोलकाता टाइम्स :
पाकिस्तान में लोकतान्त्रिक सरकार और सैन्य ताकत के बिच चल रहे द्वन्द फिर एकबार उजागर हो गयी। करतारपुर गलियारे के उद्घाटन समारोह में पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का शामिल नहीं होना चर्चा का विषय बना हुआ है। इससे पहले जनरल बाजवा ने करतारपुर गलियारे की आधारशिला रखे जाने के समारोह में प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ पूरे उत्साह से हिस्सा लिया था। उस वक्त कहा गया था कि यह संदेश देने की कोशिश की गई है कि पाकिस्तान की नागरिक सरकार और सत्ता के बीच इस मामले में पूरा तालमेल है. पाकिस्तान के समाचार पत्र ‘द न्यूज’ की रिपोर्ट में कहा गया कि जनरल बाजवा करतारपुर गलियारे के उद्घाटन समारोह में नहीं पहुंचे।
आपको बता दें कि पाकिस्तानी सेना पाक के बिधाता भी कहे जा सकते हैं क्योंकि वे कभी भी किसिस की भी तख्तापलट कर सकते हैं। में वो पाक की राजनीति में अहम भूमिका अदा निभाती है। इतना ही नहीं लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार के प्रधानमंत्री भी सैन्य ताकत के सामने कम ताकतवर हैं। पाकिस्तान की सेना ने देश के 72 साल के इतिहास में करीब आधे वक्त तक शासन किया है जिसकी वजह से तख्तापलट की आशंका लगातार बनी रहती है। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि सेना कहीं इमरान खान के फैसले से नाराज तो नहीं है।