बवासीर भागेगा दूर, इलाज छुपा है इस छोटे से फल में
यदि आप बवासीर की बिमारी से परेशान है और अस्पताल एवं डॉक्टर्स के चक्कर लगाते लगाते थक गए है तो आज ही यह नुस्खा ट्रॉय कीजिये. इसके लिए आप बाजार से एक छोटा फल ‘आंवला’ लाना होगा और निचे दिए उपायों को आजमाना होगा।
उपाय : आंवलों को अच्छी तरह से पीसकर एक मिट्टी के बरतन में लेप कर देना चाहि। फिर उस बरर्तन में छाछ भरकर उस छाछ को रोगी को पिलाने से बवासीर में लाभ होता है।
– बवासीर के मस्सों से अधिक खून के बहने में 3 से 8 ग्राम आंवले के चूर्ण का सेवन दही की मलाई के साथ दिन में 2-3 बार करना चाहिए।
– सूखे आंवलों का चूर्ण 20 ग्राम लेकर 250 ग्राम पानी में मिलाकर मिट्टी के बर्तन में रात भर भिगोकर रखें। दूसरे दिन सुबह उसे हाथों से मलकर छान लें तथा छने हुए पानी में 5 ग्राम चिरचिटा की जड़ का चूर्ण और 50 ग्राम मिश्री मिलाकर पीयें. इसको पीने से बवासीर कुछ दिनों में ही ठीक हो जाती है और मस्से सूखकर गिर जाते हैं.
– सूखे आंवले को बारीक पीसकर प्रतिदिन सुबह-शाम 1 चम्मच दूध या छाछ में मिलाकर पीने से खूनी बवासीर ठीक होती है।
– आंवले का बारीक चूर्ण 1 चम्मच, 1 कप मट्ठे के साथ 3 बार लें।
– आंवले का चूर्ण एक चम्मच दही या मलाई के साथ दिन में तीन बार खायें।