राजा का डर, 100 साल से हजारों ने नहीं देखा रंगों का मुँह
कोलकाता टाइम्स :
कोई सोच सकता है कि वर्तमान दौर में भी कोई खुशियों के त्योहार होली से दूर है वो भी एक अनखे अंधविश्वास के चलते। जी हां झारखंड में बोकारो के पास कसमार ब्लॉक स्थित दुर्गापुर गांव के लोग कभी होली पर रंग नहीं खेलते। इसकी वजह है एक डर जो उनसे कहता है कि होली खेलने से गांव में महामारी और आपदा आ सकती है। हैरानी तो इसकी है कि ये कोई दो, चार साल की बात नहीं है बल्कि करीब 100 साल से इस गांव होली नहीं खेली जा रही। लगभग 9 हजार आबादी वाले इस गांव के लोगों के होली न मनाने के पीछे की वजह जान कर आप भी हैरान रह जायेंगे। दरसल गांव के लोग अपने मर चुके राजा के आदेशों का आज तक पालन कर रहे हैं और इस डर से सहमे रहते हैं कि अगर उन्होंने आज्ञा नहीं मानी तो उनका भूत गांव में तबाही मचा देगा।
अंधविश्वास की ये कहानी कुछ इस तरह बताई जाती है। लगभग एक शताब्दी से भी पहले दुर्गापुर में दुर्गा प्रसाद नाम के राजा का शासन था, उन्हें होली मनाना बेहद पसंद था, पर इसी दिन राजा के बेटे की मौत हो गई। उसके बाद से जब भी गांव में होली का आयोजन होता था तो कभी सूखे या फिर महामारी का हमला हो जाता था जिससे गांव में कई लोग मौत का शिकार बन जाते थे। इससे परेशान राजा ने प्रजा को होली ना मनाने का आदेश दे दिया। गांव के जानकार बताते हैं कि इत्तेफाक से एक युद्ध के दौरान राजा की मौत भी होली के दिन ही हो गई। बस तभी से यहां होली ना मनाने की परंपरा शुरू हुई जो अब 100 साल से भी ज्यादा समय बीत जाने के बाद तक कायम है। गांव वाले अब राजा के भूत के डर से इस आदेश को अभी भी मानते हैं।