जब मीठे से हो दिल की दुश्मनी
कोलकाता टाइम्स :
कुछ लोगों की मीठा खाने की इच्छा इतनी तीव्र होती है कि वह अगर एक बार दिन में मीठा न खाएं तो उन्हें पूरे दिन उसकी कमी महसूस होती रहती है। लेकिन जिस तरह से अति हर चीज की बुरी होती है मीठी चीजों के बारे में भी ऐसी ही है।
आइये जानें कि मीठा खाने से हमारे शरीर को कौन-कौन से नुकसान होते हैं-
1-मोटापा और डायबिटीज की तरह ही कोलेस्ट्रॉल का बढ़ता स्तर भी हृदय रोग को बुलावा देता है। इस बात के कई प्रमाण हैं कि चीनी की बहुत ज्यादा मात्रा बुरे कॉलेस्ट्रॉल को बढ़ावा देती है। कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित में रखने के लिए मीठे और इसके प्रयोग से बने खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए।
2-आमतौर पर भोजन से संबंधित दुष्प्रभावों में सोडियम या नमक की ज्यादा मात्रा को हाइपरटेंशन के लिए जिम्मेदार माना जाता है। वर्ष 2011 के एक अध्ययन में यह सामने आया है कि जो लोग अपने भोजन में चीनी की मात्रा कम करके केवल एक मीठा पेय तक सीमित कर पाए, उनमें रक्तचाप का खतरा अपेक्षाकृत कम पाया गया।
3-यह साफ तौर पर प्रमाणित हो चुका है कि चीनी की आवश्यकता से बहुत ज्यादा मात्रा का सेवन हृदय रोग को बुलावा देती है। हृदय रोग विशेषज्ञों का मानना है कि एक व्यक्ति जो 2,200 कैलोरी एक दिन में लेता है, उसे एक दिन में 36 ग्राम (लगभग 9 टी स्पून) से ज्यादा अतिरिक्त चीनी का इस्तेमाल अपने भोजन में नहीं करना चाहिए। यानी हमारे कुल कैलोरी की मात्रा में अतिरिक्त चीनी की मात्रा केवल 7 प्रतिशत तक ही होनी चाहिए।