यकीन नहीं करेंगे, इंसानी अंग कटने के बाद फिर से जुड़ने का सच
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कोलकाता टाइम्स :
अब तक हम सभी लोग यही सुनते हुए आ रहे है कि जब किसी की दुर्घटना हो जाती है तो उस दौरान शरीर का कोई अंग कट जाता है और हमें फिर जीवन भर अफसोस करना पड़ता है वो इसलिए क्योंकि यह कटा हुआ अंग कभी वापिस नहीं आता। लेकिन यहां पर आज हम आपसे कुछ ऐसी बाते बताने जा रहे हैं जिन्हे जानकर शायद आप यकीन न कर पाएं। जी हां अब आपका कटा हुआ शरीर का कोई भी अंग दोबारा वापिस आ सकता है इस पर आपका यकीन कर पाना थोड़ा मुश्किल जरूर है लेकिन यह बिलकुल सच है।
दरअसल जिस अंग के बारे में हम बात कर रहे है उसकी पुनः उत्पत्ति छिपकली के द्वारा होगी। जी हां छिपकली लोगो के अंग उगाने के काम आती है। और यह बात हम नहीं कह रहे है बल्कि यह बात वैज्ञानिकों के द्वारा साबित की जा चुकी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि आनुवांशिक सामग्रियों के सही मात्रा में मिश्रण से यह संभव हो सकता है। छिपकली की पूंछ प्राचीन समय से मानवजाति को आकर्षित करती रही है। छिपकली की पूंछ का खुद से झडऩा और फिर नई पूंछ उग आना मनुष्य के लिए कौतूहल का विषय रहा है। इसके लिए वैज्ञानिकों ने सबसे पहले यह पता लगाया की छिपकली की पूंछ दोबारा कैसे उग जाती है।
वैज्ञानिकों ने खोज निकाला है कि छिपकली में भी वही जीन होते हैं जो मनुष्यों में होते हैं। वे मनुष्यों की शारीरिक संरचना से सबसे ज्यादा मेल खाने वाले जीव हैं। भविष्य में छिपकली में पाए जाने वाले अंग पुननिर्माण के आनुवांशिक नुस्खे का पता लगाकर उन्हे मानव की कोशिकाओं में आरोपित कर उपस्थित मांसपेशी और यहंा तक की रीढ़ की हड्डी की पुर्नसरचना संभव हो सकती है। वैज्ञानिक के द्वारा इस खोज से रीढ़ की हड्डी की चोट, जन्म संबंधी विकृतियां और गठिया जैसे रोगों को ठीक करने में मदद मिल सकती है।