November 23, 2024     Select Language
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जरूर जाने मिलावट पहचाननेे के यह 10 तरीकेे

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कोलकाता टाइम्स :
र्तमान में खाने- पीने की हर चीज शुद्ध हो यह जरूरी नहीं है। व्यापार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण मिलावट हर जगह देखने को मिलती है। कहीं दूध में पानी की मिलावट होती है, तो कहीं मसालों में रंगों की मिलावट…सब्जियां भी रसायनों के प्रयोग से पकाई जाती हैं। ऐसे में खाने की चीजों में यह मिलावट हमारे स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित करती है। इससे बचने के लिए मिलावट का पता लगाना बहुत जरूरी है।
हम बता रहे हैं,  खाद्य पदार्थों में मिलावट को परखने के कुछ खास तरीके –
 मसालों में बेहद आसानी से और अत्यधिक मिलावट होती है, जो आसानी से पकड़ में नहीं आती। सामान्यत: लोग इन्हें परखने की जहमत नहीं उठाते, जिसके कारण वे मसालों के साथ स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां भी मोल ले लेते हैं। चूंकि यह सभी चीजें हमारी दिनचर्या का अभिन्न अंग है, इसलिए इसके प्रति और अधिक सचेत रहने की आवश्यकता है।
1 लाल मिर्च की ही बात करें तो इसमें मिलावट के तौर पर ईंट या कबेलू का बारीक पिसा हुआ पाउडर प्रयोग किया जाता है, जिसमें कृत्रिम रंग भी मिला हुआ होता है। इसमें मिलावट की जांच के लिए पानी में डालकर देखा जा सकता है। अगर लाल मिर्च पाउडर पानी में तैरता नजर आए तो वह शुद्ध है, लेकिन यदि वह डूब जाए तो आप समझ लिजिए कि वह मिलावटी है।
2 बाजार में मिलने वाला हल्दी पाउडर भी मिलावटी हो सकता है। इसमें मेटानिल येलो नामक  रसायन मौजूद होता है, जो आपको कैंसर जैसी बीमारी का शिकार बना सकता है। इसे परखने के लिए हल्दी पाउडर में कुछ बूंद हाइड्रोक्लोरिक एसिड और उतनी बूंदे पानी की डालकर देखें। अगर हल्दी का रंग गुलाबी या बैंगनी हो जाए, तो समझ लिजिए कि हल्दी में मिलावट है।
3  गरम मसालों में प्रयोग होने वाली दालचीनी भी कई बार मिलावटी होती है। चूंकि इसमें कोई फर्क नहीं कर पाता, इसे पैकेज में डालकर आसानी से किसी को भी गुमराह किया जा सकता है। दालचीनी में मि‍लावट के तौर पर अमरूद की छाल मिलाई जाती है। इसकी पहचान करने के लि‍ए इसे हाथ पर रगड़कर देखें, अगर आपको इसका रंग नजर आए, तो यह असली है, अन्यथा नकली।
4  दूध और मावे के साथ अन्य डेयरी उत्पादों में भी मिलावट होती है। मावे की जांच के लिए सैंपल लेकर टेस्‍ट ट्यूब में भरें और उसमें 20 एमएल पानी डाल कर उबालें। ठंडा होने पर इसमें दो बूंद आयोडीन डालें। अगर सैंपल का रंग नीला हो जाए तो इसमें स्‍टार्च मिला हुआ है।
5 दूध में पानी की मिलावट को परखने के लिए किसी चिकनी सतह पर दूध की कुछ बूंदें गिराएं। अगर यह बूंदें बगैर निशान छोड़े तेजी से आगे बह जाए, तो इसमें पानी मिला हुआ है। वहीं दूध अगर शुद्ध होगा तो वह धीरे-धीरे बहेगा और सफेद धब्बा छोड़ जाएगा।
6  इसी प्रकार काली मिर्च में पपीते के बीजों को काले रंग में रंगकर मिला दिया जाता है। ऐसा करने से इनका वजन अधिक हो जाता है और आपको कम मात्रा में देकर ज्यादा पैसे कमाए जा सकते हैं। इसे परखने के लिए पानी या शराब में डालें। अगर यह तैरते दिखाई दें, तो यह नकली हैं और अगर डूब जाए तो असली हैं।

7 सरसों के दानों या राई में भी इसी प्रकार अर्जेमोने के बीज मिलाकर वजन को बढ़ाया जाता है। लेकिन इसकी परख आप आसानी से कर सकते हैं। सरसों के बीजों को दबाकर देखने पर पीला पदार्थ निकलता है जबकि अर्जेमोने के बीजों को दबाने पर सफेद।

9  चावल में प्लास्ट‍िक और आलू से बने नकली चावलों की मिलावट होती है। यह शरीर में जाकर पाचन संबंधी समस्याओं सहित कई तरह की परेशानियां पैदा करते हैं। इसकी पहचान के लिए इन्हें उबलते वक्त देखें, यह अलग तरह की गंध पैदा करते हैं।

10  फलों में वैसे तो रसायनों की मिलावट होती ही है, लेकिन खासतौर से अगर आप सेब का प्रयोग करते हैं, तो उसपर चढ़ी हुई मोम की परत को पहले जांच लें। यह सेब को चमकदार दिखाने के लिए होती है। लेकिन चाकू की सहायता से खुरचने पर आप इसे देख पाएंगे।

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