इन ‘वायरसों’ के लिए वरदान है कोरोना वायरस
कोलकाता टाइम्स :
कोरोना सिर्फ लोगों की जान ही नहीं ले रही बल्कि अपने जैसे कई और ‘असामाजिक वायरसों को भी कैद से आजाद कर रहा है। नहीं समझे न। अब जेल में बंद बलात्कारी, खुखार खुनी, ठग वायरस से कम कहाँ? जिन्हे कोरोना वायरस के कारण जेल से पैरोल पर छोड़ने की पहल की है। अब इनके लिए तो कोरोना वरदान ही साबित हुई न ? चाहे वह आसाराम जैसे धर्मगुरु ही क्यों न हो। इन्हें जेल से छोड़ने की मांग बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने उठाई है। उन्होंने कहा कि जब सरकार जेलों से बंद कई कैदियों को पैरोल पर छोड़ने पर विचार कर रही है तो क्यों नहीं आसा राम बापू को भी छोड़ा जाता है।
दरअसल स्वामी यहीं नहीं रुके उन्होंने आसाराम को गलत तरीके से दोषसिद्ध करार बताते हुए इस पर विचार करने की मांग की है। इससे पहले जौधपुर जेल में बंद आसाराम ने भी रिहाई को लेकर भूख हड़ताल तक कर चुके है। उन्होंने कैदियों की संख्या को देखते हुए कोरोना से संक्रमित होने की बात कही थी।
आसाराम बापू नाबालिग से दुष्कर्म के कारण जेल में लंबे समय से बंद है। जिस जोधपुर की सेंट्रल जेल में वे बंद हैं वहां 1375 कैदी भी मौजूद है। स्वामी ने आसाराम के अधिक उम्र और बीमारी पर चिंता व्यक्त की है। मालूम हो कि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए देश के विभिन्न जेल में बंद कैदियों को पैरोल पर छोड़ने का सुझाव दिया था।