इस्लाम की इजाजत नहीं, मदीना के अपमान पर पाक में लटका कृष्ण मंदिर
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कोलकाता टाइम्स :
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में पहले हिंदू मंदिर बनने को लेकर विवाद शुरू हो गया है। इस्लामी शिक्षा देने वाली संस्था जामिया अशर्फ़िया मदरसा के एक मुफ़्ती ने इस कृष्ण मंदिर ख़िलाफ़ फ़तवा जारी कर दिया है। इस फतवे में कहा गया है कि इस्लाम नए मंदिर बनने की इजाजत नहीं देता और ये मदीना का अपमान होगा। बता दें कि मंदिर का निर्माण रोकने के लिए एक वकील ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है।
बता दें कि कुछ दिनों पहले इस्लामाबाद कैपिटल डेवलपमेंट अथॉरिटी ने एक कृष्ण मंदिर बनाने के लिए 20 हज़ार स्क्वायर फ़ीट जमीन दान में दी थी और खुद प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोगों को इसकी सूचना भी दी थी। इस मंदिर निर्माण के लिए 23 जून को सांसद और मानवाधिक मामलों के संसदीय सचिव लाल चंद माल्ही को नियुक्त किया गया था।
पाकिस्तान सरकार ने यह ज़मीन इस्लामाबाद की हिंदू पंचायत को सौंप दी है और इमरान ख़ान ने मंदिर निर्माण के प्रथम चरण में 10 करोड़ रुपये देने की घोषणा भी की है। पीएम के इस कदम के बाद लाल चंद माल्ही ने ट्वीट करके कहा था, यह इस्लामाबाद में पहला हिंदू मंदिर होगा। सरकार ने मंदिर के निर्माण के लिए ज़मीन दी है।