अब ईश्वर बनने के फिराफ में चीन, दिया जीसस-क्रॉस हटाकर इनकी फोटो लगाने का आदेश
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कोलकाता टाइम्स :
शिनजियांग प्रांत में उइगुर मुसलमानों के खिलाफ दमनचक्र चलाने वाले चीन ने अब ईसाइयों के खिलाफ तानाशाही फरमान जारी किया है।
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने आदेश दिया है कि ईसाई धर्म मानने वाले लोग अपने घरों से जीसस की तस्वीर और क्रॉस को हटाकर राष्ट्रपति जिनपिंग और कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक माओत्से तुंग की फोटो लगाएं।
इस आदेश के पहले ही सरकार ने हुबेई, जियांग्सु, झेजियांग, अन्शुई समेत कई राज्यों में स्थित हजारों चर्चों से जीजस की तस्वीरों और क्रास को हटवा दिया है।
ऐसी भी रिपोर्ट्स हैं कि चीनी सरकार के आदेश पर कई चर्चों में तोड़फोड़ भी की गई है। चीन में ईसाइयों की आबादी लगभग 7 करोड़ के आस-पास है।
चीन पर आरोप है कि उसने शिनजिंयाग प्रांत में रहने वाले लाखों उइगुर मुसलमानों को मानवाधिकार का हनन करते हुए उन्हें जबरन डिटेंशन कैंप में कैद कर रखा है जबकि लाखों लोगों की विरोध के नाम पर गुपचुप तरीके से हत्या कर दी गई। इतना ही नहीं, उइगुर मुस्लिमों की चीन जबरन नसबंदी भी करवा रहा है जिससे इनकी आबादी न बढ़ सके।
अमेरिका ने 9 जुलाई को उइगुर मुसलमानों के मानवाधिकार हनन के मामले में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के तीन वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाया था। अमेरिका ने पहले ही चीन के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी थी।