July 6, 2024     Select Language
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अस्थमा के लिए वरदान है सिंघाड़ा

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कोलकाता टाइम्स :

सिंघाड़ा पानी में पैदा होने वाला हरे रंग का फल होता है .इसके पत्ते तिकोने और सफ़ेद फूलो वाले होते है ,और इसमें फल भी तिकोने लगते है. अक्सर तालाबो में आपको इसके पत्ते फैले हुए मिल जायेगे .सिघाड़ा व्रत उपवास में खाया वाला महत्वपूर्व आहार है इसके साथ ही  इसमें बहुत सारे औषधीय गुण  है जिनके बारे में आज हम आपको बतायेगे .

सिंघाड़े के फायदे –

1- गर्भवती महिलाओ को सिंघाड़े के को पीसकर उसमे एक चम्मच शहद मिला कर सुबह शाम खाने से गर्भ गिरने की सम्भावना खत्म हो जाती है तथा गर्भ सुरिक्षत रहता है .
2- अस्थमा के रोगियों के लिए सिघाड़ा वरदान से कम नहीं है .अस्थमा  रोगियों को एक चम्मच सिघाड़े के आटे में पानी में मिलाकर सेवन करना चाहिए . रोज सेवन करने से अस्थमा रोग में लाभ मिलता है .
3-आँखों की रौशनी बढ़ाने के लिए भी सिघाड़ा  फायदेमंद होता है .इसमें विटामिन ए भरपूर मात्रा में होता है जो आँखों के लिए लाभकारी होता है .

4- सिघाड़े में कैल्शियम की सही मात्रा होने की वजह से ये दांतो तथा हड्डियों को मजबूत बनाये रखता है .
5- टांसिल को पर सिंघाड़े को पानी में में उबाल कर रोज कुल्ला किया जाये तो गले की सूजन समाप्त हो जाती है .
6-पीलिया के रोगी को कच्चे सिंघाड़े का जूस बना कर दे सकते है ,ये शरीर से ज़हरीले पदार्थो को शरीर से निकलने में मदद करता है

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