सच मेरे चेहरे पर आ जाता है : आमिर
कोलकाता टाइम्स :
आमिर खान सफलता के शीर्ष मुकाम पर हैं। उन्होंने फरहान अख्तर, राजकुमार हिरानी, आशुतोष गोवारिकर, महेश भट्ट समेत कई नामचीन निर्देशकों के साथ काम किया है। कई डायरेक्टर उनके गहरे दोस्त हैं।
ये बात सभी जानते हैं कि आमिर अपने काम को लेकर बेहद चूजी हैं। लिहाजा फिल्मों को अस्वीकार करने पर रिश्तों में फर्क आने की आशंका रहती है। आमिर इससे इंकार करते हैं और कहते हैं, ‘जब मुझे कोई स्क्रिप्ट पसंद नहीं आती तो मेरे चेहरे के हावभाव सब बयां कर देते हैं। मैं झूठ नहीं बोल पाता। मेरा फर्ज बनता है कि मैं उन्हें सच बताऊं। मुझे पता है कि कहानी को लिखने में कभी-कभी एक साल लग जाता है। मैं सभी के काम का सम्मान करता हूं। अगर फिल्म में कमी नजर आती है तो हम खुलकर बात करते हैं। ‘पीके’ की रिलीज से पहले राजकुमार हिरानी और अभिजात ने मुझे कहानी सुनाई थी। तब मैंने कहा था कि कहानी अच्छी है लेकिन तैयार नहीं है। बाद में अभिजात ने बताया था कि वो सत्रह महीने से इस पर काम कर रहे थे। कहानी सुनाने पर उन्हें लगा था कि मैं एक्साइट हो जाऊंगा, लेकिन उल्टा हुआ। दोनों काफी निराश होकर निकले थे। फिर तीन महीने बाद उन्होंने दोबारा कहानी नरेट की। तब मुझे बहुत पसंद आई थी।’
फिल्मों के सुपरहिट होने का कोई फार्मूला नहीं है, लेकिन आमिर खान एक के बाद एक लगातार हिट फिल्में दे रहे हैं। इसका राज क्या है? पूछने पर वो कहते हैं, ‘मेरे पास कोई जादुई छड़ी नहीं। फिल्म के चयन से पहले मैं कहानी को आडियंस की तरह सुनता हूं। कहानी अगर दिल को छू जाती है तभी काम करना मंजूर करता हूं।’