बच्चे को सही समय पर सुलाए वरना पछतायेंगे
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कोलकाता टाइम्स :
पुराने जमाने में लोगों की दिनचर्या फिक्स थी. हर चीज को करने का एक निश्चित वक्त था. खाने पीने, उठने-सोने का वक्त होता था इसलिए वो ज्यादा फिर रहते थे। आज न तो हमारे खाने का कोई वक्त हैं और ना ही सोने का कोई टाइम टेबल तो ऐसे में बीमारिया हमारे शरीर को बहुत जल्दी घेर लेती है। बच्चे भी इससे बचे हुए नहीं है। हाल ही में एक रिसर्च से सामने आया है कि किशोर अवस्था के बच्चे अगर देर रात तक जागते हैं तो उन्हें मोटापा घेर सकता है.
एक रिसर्च के अनुसार जल्दी सोने वाले बच्चों की तुलना में देर रात तक जागने वाले वयस्क अथवा बच्चों का वजन बढऩे की संभावना ज्यादा होती है। पांच सालों के अंदर बच्चे के मोटापे का शिकार होने की आशंका बढ़ सकती है। समय पर सोने वाले बच्चे जैसे जैसे बड़े होते हैं, उन पर मोटापा हावी नहीं होता। उनकी बॉडी शेप में बनी रहती है और स्वास्थ्य भी ठीक रहता है।नतीजे पर पहुंचने के लिए लगभग पांच सालों तक साढे तीन हजारसे भी ज्यादा किशोर और वयस्कों पर शोध किया गया और उनमें होने वाले शारीरिक परिवर्तन का बारीकी से अध्ययन किया गया।
शोध में देखा गया कि रात के दौरान अगर उन्होंने एक घंटे की नींद नहीं ली तो उनका बीएमआई 2.1 प्वॉइंट बढ़ गया। इस तरह पांच साल के अंदर उनका मोटापा बढ़ता गया। ज्यादातर किशोर रात में नौ घंटे की नींद भी नहीं लेते हैं। इस वजह से उन्हें स्कूल में जगे रहने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।