ऐसे मान बची इमरान खान की
कोलकाता टाइम्स :
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान फिलहाल कुर्सी बचाने में कामयाब हो गए हैं. इमरान ने आज (शनिवार) विपक्षी दलों के बहिष्कार के आह्वान के बीच नेशनल असेंबली (संसद) में विश्वासमत जीत लिया है. हाल में करीबी मुकाबले वाले सीनेट चुनाव में वित्त मंत्री की हार के बाद इमरान की सरकार पर संकट आ गया था।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खानको संसद के 342 सदस्यीय निचले सदन में 178 वोट मिले हैं और सामान्य बहुमत के लिए 172 वोट की जरूरत थी. राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के निर्देश पर संसद का विशेष सत्र बुलाया गया था. विपक्ष ने इसमें हिस्सा नहीं लिया क्योंकि 11 दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट ने मतविभाजन का बहिष्कार किया था.
पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के उम्मीदवार और पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने बुधवार को सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के उम्मीदवार अब्दुल हाफिज शेख को करीबी मुकाबले में सीनेट चुनाव में हरा दिया था. खान के लिए यह बड़ा झटका था जिन्होंने वित्त मंत्री अब्दुल हाफिज शेख के लिए निजी तौर पर प्रचार किया था. वित्त मंत्री की हार के बाद विपक्षी दलों ने इमरान खान के इस्तीफे की मांग की थी. विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सदन में एक-सूत्री प्रस्ताव रखा. प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को अपने आवास पर सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं से मुलाकात की थी. उनसे सरकार के पक्ष में मतदान करने को कहा गया था.
बता दें, इमरान खान साल 2018 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे. अभी उनके सत्ता में आए 5 साल भी पूरे नहीं हुए हैं. सत्ता में आने के बाद से ही इमरान की नेतृत्व क्षमता पर लगातार सवाल उठते रहे. हाल ही में पाकिस्तान में सीनेट चुनाव में इमरान के वित्त मंत्री अब्दुल हफीज शेख को करारी हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद विपक्ष ने फ्लोर टेस्ट की मांग की. आज संसद में विश्वास मत हासिल कर फिलहाल इमरान कुर्सी बचाने में कामयाब रहे हैं.