‘पाकिस्तान की जमीन अमेरिका के लिए नहीं’ आँख दिखाते हुए इमरान ने साफ कहा ना
कोलकाता टाइम्स :
अफगानिस्तान की धरती पर 18 साल तक लड़ाई लड़ने के बाद आखिरकार अमेरिका अब वापस जा रहा है। अमेरिका के साथ ही तमाम अन्य विदेशी सैनिकों की भी वापसी होने चल रही है। ऐसे में एक आशंका ये खड़ी हो रही है कि तालीबान अगर अमेरिका से किये वादे से मुकर जाता है या किसी कारणवश फिर से अमेरिका को अफगानिस्तान की धरती पर वापस ओबामा पड़ता है, तो ऐसे समय में उसकी मदद कौन करेगा? ऐसे समें स्वाभाविक सहयोगी के तौर पर पाकिस्तान का नाम उभरता है, लेकिन पाकिस्तान ने अमेरिका को आंख दिखा दी है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक न्यूज चैनल को दिये इंटरव्यू में कहा है कि वो अपनी धरती का इस्तेमाल किसी भी विदेशी सेना को नहीं करने देंगे। सिर्फ जमीन ही नहीं, वो किसी विदेशी सेना को न तो अपना एयर जोन इस्तेमाल करने देगा, न ही अपने एयरबेस पर किसी विदेशी लड़ाकू विमान को उतरने देगा। एचबीओ को दिये इंटरव्यू में इमरान खान ने कहा कि अफगानिस्तान में किसी भी समस्या की सूरत में वो उसे हल करने के लिए तैयार रहेगा। लेकिन अगर किसी विदेशी शक्ति ने अफगानिस्तान की जमीन के भीतर अभियान चलाने की हिमाकत की, तो उसे किसी तरह का सहयोग नहीं मिलेगा।