1 साल की उम्र के साथ यहां पैदा होता है हर बच्चा
कोलकाता टाइम्स :
हर देश के अपने अलग नियम और कानून होता है। हर उस देश के नागरिक को उसका पालन करना होता है। वैसे आप तो जानते ही है कि साउथ कोरिया अपने आप में बड़ा अजीबोगरीब देश है। यहां के लोग पूजा-पाठ भी बहुत करते हैं और अंधविश्वासी भी हैं। लोग नंबर 4 से डरते हैं, लाल स्याही (रेड इंक) का इस्तेमाल नहीं करते है।
नंबर 4 से डर
साउथ कोरिया में नंबर 4 जब भी बोला जाता है तो वो ‘मौत’ शब्द जैसा प्रोनाउंस होता है। इसलिए वहां लोग इससे बचते हैं। किसी भी जगह, लिफ्ट या हॉस्पिटल में 4 का इस्तेमाल नहीं होता।
पैदा होते ही 1 साल हो जाती है उम्र
साउथ कोरिया में पैदा होते ही उम्र 1 साल की मान ली जाती है। ये सुनने में अजीब है, लेकिन यहां कानून ही एेसा है। यहां का हर आदमी अपनी असली उम्र से एक साल बड़ा होता है।
रेड इंक से डर
यहां के लोग लाल स्याही (रेड इंक) का इस्तेमाल करने से भी डरते हैं। इन लोगों का मानना है कि लाल रंग (रेड कलर) मौत का सिंबल होता है। इसलिए इसका इस्तेमाल भी वो नहीं करते।
ब्लड ग्रुप से पहचान
यहां ब्लड ग्रुप को अहम माना जाता है। ब्लड ग्रुप या टाइप से शख्स की पहचान होती है। कौन अच्छा है, कौन बुरा या कौन धोखेबाज है, इसका फैसला ब्लड से ही होता है।
अंधविश्वासी
साउथ कोरिया के लोगों का मानना है कि अगर एक इलेक्ट्रिक फैन को रात भर चालू रखे तो उसके पास सोने वाली की मौत हो सकती है।