डरावनी फिल्में आपके वजन के साथ निभाता है ऐसी दुश्मनी
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सूत्रों के मुताबिक शोधकर्ताओं ने अध्ययन में पाया कि डेढ़ घंटे की डरावनी फिल्म देखने से औसतन 113 कैलोरी की खपत होती है। इन डरावनी फिल्मों की एक सूची भी बनाई गई है, जिसमें 1980 में आई हॉरर फिल्म द शाइनिंग को शीर्ष स्थान दिया गया है। शोधकर्ताओं ने पाया कि यह फिल्म देखने के दौरान दर्शकों ने औसतन 184 कैलोरी खर्च की। सूची में जॉज को दूसरे स्थान पर रखा गया है, जिसे देखने के दौरान लोगों ने करीब 161 कैलोरी खर्च की।
यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टमिंस्टर के शोधकर्ताओं ने दस लोगों को अलग-अलग हॉरर फिल्म दिखाई। इस दौरान उनकी दिल की धड़कन, ग्रहण की गई ऑक्सीजन और बाहर निकाली गई कार्बन डाइआक्साइड की दर पर नजर रखी। शोधकर्ताओं का कहना है कि फिल्म के जिन दृश्यों को देखते हुए दर्शक डर जाते हैं वह कैलोरी को नष्ट करने के लिए सबसे उपयुक्त होते हैं। प्रमुख शोधकर्ता रिचर्ड मैकेंजी ने कहा कि डरावनी फिल्मों को देखते समय नसें तन जाती है, दिल की धड़कन तेज हो जाती है। साथ ही पूरे शरीर में तेजी के साथ खून का संचार होने लगता है। इस दौरान शरीर में एड्रिनल हार्मोन का स्राव काफी तेजी से होता है जो बेसल मेटाबौलिक दर को बढ़ा देता है और कैलोरी को काफी मात्रा में खर्च कर देता है।