सोकर उठते ही सिर में दर्द, कहीं यह वजह तो नहीं
यह सोंच कर आपको काफी खुशी का एहसास होता होगा कि इस आने वाले वीकेंड पर आप जम कर सोयेगें। पर कभी इस बात पर ध्यान दिया है कि जब आप ज्यादा सो लेते हैं तो आपका पूरा दिन आलस-थकान और सिर में दर्द से भरा हुआ क्यूं होता है। आप को ऐसा लगता होगा कि शायद अभी भी आपके शरीर को पूरी तरह से नींद नहीं मिली है या फिर वह अभी भी थका हुआ है। तो हम आपको बताएगें कि ऐसा क्यों होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ज्यादा सोना हमारे शरीर के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं होता। यह बिल्कुल हैंगओवर के सिर दर्द की तरह होता है जो जल्दी से ठीक नहीं होता है। आखिर सिर में दर्द होने का कारण क्या है?
ज्यादा देर सोने से शरीर में सिरोटिन के स्तर में उतार चढ़ाव होता है, जो खासकर सोते समय में ही होता है।
1. स्लीप एप्निया: यह प्रकार की अवस्था है जो सोने के दौरान होती है। इसमें सांस लेने का दौर कुछ सेकंड रुक कर कुछ मिनट तक का हो जाता है जिससे शरीर में पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पंहुच पाती और इससे सिर दर्द शुरु हो जाता है।
2. अवसार: जो लोग अवसाद से घिरे रहते हैं वह ज्यादा सोते हैं। वह दिमाग जो हतोत्साहित और उदास रहता है उसे केवल नींद में ही शांति प्राप्त होती है। पर कम शारीरिक गतिविधि और खराब मूड, गर्दन और सिर में दर्द के लिए नेतृत्व करते हैं।
उपचार-
1. हर इंसान के लिए केवल 8 घंटो तक सोना ही उचित रहता है। कोशिश करें की हमेशा अलार्म लगा कर ही सोएं और उससे ज्यादा सोने की कोशिष न करें वरना दर्द शुरू हो सकता है।
2. दोपहर को भी नहीं 2-3 घंटे से ज्यादा नहीं सोना चाहिए। और रात में सोने से 4-6 घंटे पहले कैफीन, शराब और मसालेदार भोजन नहीं करना चाहिए।
3. हमेशा एक अच्छा और आरामदेह बिस्तर ही चुने जिससे सोते समय कोई दिक्कत न हो। बिस्तर पर कभी भी चाय पानी या भोजन ना करें।
4. सोने से पहले सारी टेंशन को बाहर ही छोड़ कर आएं। सोने से पहले कोई मधुर संगीत लगाएं या फिर कुछ मिनट ध्यान लगाएं जिससे नींद गहरी और अच्छी आए।