September 29, 2024     Select Language
Editor Choice Hindi KT Popular स्वास्थ्य

मारफीन की जगह सुडोकू, जब दर्द हद से बढ़ जाए

[kodex_post_like_buttons]
कोलकाता टाइम्स :

ब दर्ज हद से बढ़ जाए तो मारफीन का इंजेक्शन लेने से पहले एक बार सुडोकू हल करने बैठ जाए। हो सकता है आपका दर्द ठीक हो जाए। वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि सुडोकू जैसी पहली हल करते समय दिमाग का एक ऐसा हिस्सा सक्रिय हो जाता है जो दिमाग को दर्द का एहसास होने से रोकता है। 12999/- रुपये में खरीदने के लिए बेस्ट स्मार्टफोन वैज्ञानिकों के मुताबिक जब दिमाग पर किसी काम का ज्यादा दबाव पड़ता है, तो दर्द का एहसास घटने लगता है। जब जटिल पहेली में दिमाग उलझ गया तो समझ लीजिए दर्द गायब। इसलिए घरेलू महिलाओं को दर्द की शिकायत सबसे ज्यादा होती है क्योंकि उनका दिमाग ज्यादा सक्रिय नहीं होता।

वैज्ञानिकों ने देखा कि पहेली हल करते समय दिमाग दर्द के सिंग्नल को वापस भेज देता है। यह बात ध्यान रखें कि सुडोकू का हल करने के लिए गुगल का सहारा न लें। वरना दर्द में कोई फायदा नहीं होगा। यहां हम बता दें, कि पिछले साल से गूगल ने सुडोकू हल करने के लिए व्यवस्था की है। मोबाइल फोन से भी सुडोकू हल कर सकते हैं। बस इसके लिए आपको नए अपडेटेड मोबाइल फोन एप्लिकेशन गूगल गॉगल्स की जरूरत होगी। इसके लिए आपको सुडोकू की फोटो फोन कैमरे से फोटो खींचकर गूगल के पास भेजनी होगी। इसके बाद गूगल का सर्वर इस पहेली का हल फोटो सहित आपके फोन पर भेज देगा। लेकिन ध्यान दें गुगल की मदद लेंगे तो दिमाग आपकी मदद नहीं करेगा। दर्द कम नहीं होगा।

हैमबर्ग विश्विविद्यालय के मेडिकल सेंटर के वैज्ञानिक स्प्रेनगर के मुताबिक देखा कि काम में जुटे लोगों में स्पानल कोर्ड से उठे दर्द के सिंग्नल को दिमाग तक नहीं पहुंच पाता है। दिमाग का जो हिस्सा पहेली या जटिल काम में लगा रहता है वो सिंग्नल को ऊपर आने नहीं देता। गौरतलब है दर्द की दवा मारफिन भी दर्द के सिंग्नल को दिमाग तक नहीं पहंचुने देती है जिससे लोगो को राहत का एहसास होता है।

Related Posts