July 2, 2024     Select Language
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महिला को पार्टी में साथ नहीं ले जाना सहकर्मियों को पड़ा 72 लाख का भारी 

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कोलकाता टाइम्स : 
क छोटी सी घटना ने उसकी पूरी लाइफ ही बदल दी है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला और कैसे किसी की जरा सी गलती इस महिला के लिए फायदे का सौदा बन गई.

रिपोर्ट के मुताबिक, 51 साल की रीता लेहर (Rita Leher) लंदन में रहती हैं. वह कसीनो में कैशियर की नौकरी करती हैं. वह ब्लैक अफ्रीकन हैं. ऑफिस में उनके साथ काम करने वाले साथियों ने उनके सामने ही पार्टी का प्लान बनाया, लेकिन किसी ने भी उन्हें इस पार्टी के लिए आमंत्रित नहीं किया. रीता लेहर इस बात से काफी आहत हुईं. वह इस मामले को लेकर कोर्ट पहुंच गईं.

कोर्ट में उन्होंने बताया कि वह इस कंपनी में 2011 से काम कर रही हैं. इस दौरान उनके साथ लगातार भेदभाव हो रहा है. उनके साथ काम करने वाले दूसरे लोगों को प्रमोशन मिल गया जो गोरे हैं, लेकिन बार-बार उनके साथ भेदभाव होता आ रहा है. हाल ही में उनके सहकर्मियों ने उन्हें हीन भावना में लाने के लिए उनके सामने पार्टी का प्लान बनाया, लेकिन उन्हें नजरअंदाज कर दिया. यह बात उनके दिल में उतर गई.

महिला की अर्जी पर कोर्ट में सुनवाई चली. कार्मिक जज सराह मूर ने कहा कि किसी भी कर्मचारी के साथ ऑफिस में इस तरह का व्यवहार ठीक नहीं है. इस तरह का व्यवहार तब और अनुचित हो जाता है जब वह किसी सामाजिक अवसर पर किया जाए. जज ने इस बात को माना कि रीता लेहर के साथ गलत हुआ है.

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