July 5, 2024     Select Language
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कहीं आप ने तो हाथ-पैर में नहीं बांधें काला धागा? फायदे की जगह होगा नुकसान!

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कोलकाता टाइम्स :

पने अक्सर कई लोगों के गले, हाथ या पैर में काला धागा बंधा देखा होग. ये काला धागा मान्यता के अनुसार लोग बुरी नजर या शनि दोष से बचने के लिए बांधते हैं. ज्योतिष शास्त्र भी काले धागे पहनने को लेकर कई फायदे बताता है. लाल किताब और ज्योतिष में भी काले धागे का उपाय और महत्व बताया गया है, लेकिन ऐसा नहीं है कि इसे पहनने से सिर्फ फायदा ही पहुंचे. कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें इसे पहनने से सिर्फ नुकसान ही पहुंचता है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं काले धागे पहनने के फायदे और नुकसान.

शनि ग्रह का रंग काला होता है. ऐसे में काला धागा पहनने से आपकी कुंडली में शनि ग्रह मजबूत होगा। इसके अलावा यह हमें बुरी नजर भी बचाता है. यह पहनने वाले को किसी भी तरह की बुरी ताकत से बचाता है. यही नहीं, यह शनि दोष से भी मुक्ति दिलाता है.

एक तरफ जहां काले धागे से फायदा है, तो कुछ लोगों को इसे पहनने से नुकसान भी होता है. ज्योतिष शास्त्र की मानें तो वृश्चिक और मेष राशि वालों को काला धागा नहीं बांधना चाहिए. दरअसल, पहली राशि वृश्चिक का स्वामी मंगल है और मंगल का रंग लाल है. माना जाता है कि मंगल को काले रंग से नफरत है. इसलिए वृश्चिक राशि के लोगों को काला धागा बिल्कुल भी नहीं पहनना चाहिए. यही स्थिति मेष राशि की है. इसका भी स्वामी मंगल है। इस कारण इस राशि वालों को भी काला धागा बांधने से बचना चाहिए. ज्योतिषी के अनुसार इन लोगों राशि वालों को धन, मान सम्मान और स्वास्थ्य का नुकसान हो सकता है.

काला पहनते वक्त इन नियमों का रखें ध्यान

  • काला धागा पहनने के लिए मंगल और शनिवार का दिन चुनें. इस दिन दाहिने पैर में काला धागा बांधें.
  • इस दिन काला धागा बांधने से व्यक्ति के जीवन में आर्थिक सुख समृद्धि का आगमन होता है.
  • इसके साथ ही ज्योतिष नियमों के मुताबिक व्यक्ति को काले धागे के साथ किसी अन्य धागे को नहीं बांधना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है.

ये सावधानी भी बरतें

काला धागा अभिमंत्रित करके ही धारण तकें। शनिवार और मंगलवार के दिन काला धागा बांधना शुभ होता है।
काला धागा धारण करने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी की सलाह लें और साथ ही धागा बांधते समय रुद्र गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए. इसका मंत्र: ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥ है.

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