कइयों को स्टार बनाने वाले ऋषिकेश मुखर्जी इस बात से मुक्ति चाहते थे
कोलकाता टाइम्स :
धर्मेंद्र ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने स्टारडम को कभी गंभीरता से नहीं लिया. आज भी वह अपने फैन्स से काफी प्यार और दुलार से मिलते हैं. चूंकि वह कहते हैं कि उन्होंने काफी मेहनत से जगह बनाई है. वह कहते हैं कि शुरुआती दौर में उनके पास पैसे नहीं होते थे तो वह एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए मुंबई में कई बार तैर कर भी जाते थे. धर्मेंद्र कहते हैं कि जब गुड्डी फिल्म आई थी, उसे देख कर लोगों का प्यार मेरे लिए और बढ़ गया था. उस फिल्म ने मुझे और अधिक स्टारडम दिला दिया था.
धर्मेंद्र कहते हैं कि अब लोग बायोपिक की बातें करते हैं लेकिन उस दौर में ऋषिकेश मुखर्जी ने मेरी लोकप्रियता को देखते हुए ये कहानी सोची होगी. उस फिल्म का वो दृश्य याद कीजिये, जब जया को लोग कहते हैं कि वो शादी शुदा है तो वह कहती हैं कि मैं सौत बनने को तैयार हूं. तो मैं मानता हूं और इस बात की कद्र करता हूं कि लोग मुझे उस कदर प्यार करते थे लेकिन तब भी मैंने लोगों को समझाया कि वह फिल्मी दुनिया है. उस पर अधिक मत जाओ. हालांकि इस फिल्म का ऐसा असर हुआ कि मैं फिल्म देख कर बाहर निकला तो लम्बी लाइन लगी हुई थी. लड़कियों ने कहना शुरू किया कि मैं भी गुड्डी हूं. मुझे ऑटोग्राफ दीजिये.
धर्मेंद्र ऋषिकेश मुखर्जी के साथ अपनी यादों को शेयर करते हुए कहते हैं कि उनके साथ मैंने कई फिल्मों में काम किया था. वह मेरे लिए गुरु भी थे. दोस्त भी थे. मेंटर भी थे. वह मुझे इतना प्यार देते थे कि कभी डांट भी देते थे. कभी प्यार भी करते थे. भाई भी थे. मास्टर भी थे. मैं उनको बहुत सम्मान करता था. धर्मेंद्र भावुक होकर कहते हैं कि मैं आज भी वह दिन भूल नहीं पाता, जब वह बहुत बीमार थे और मैं उनसे मिलने पहुंचा तो उन्होंने मुझे कहा कि जो भी मेडिकल पाइप लगी है, इसे निकाल दो धर्म, मुझे मुक्ति दो.