बड़ी फिल्मों के बाद भी बॉलीवुड छोड़ने को मजबूर थे अमिताभ
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कोलकाता टाइम्स :
अमिताभ बच्चन हिंदी फिल्म सिनेमा का एक बड़ा नाम है। वह पिछले पांच दशक से अपने दर्शकों का लगातार मनोरंजन कर रहे हैं। कम उम्र में फिल्मी दुनिया में कदम रखने वाले बॉलीवुड के महानायक 80 साल के हो चुके हैं, लेकिन आज भी वह 1 साल में लगभग एक से दो फिल्में करते ही हैं।
अमिताभ बच्चन ने जब अपने करियर की शुरुआत की थी, तो उस समय पहले से ही राजेश खन्ना, धर्मेन्द्र, राजकुमार, देवानंद, राजेन्द्र कुमार और मनोज कुमार सहित बड़े दिग्गज सितारे इंडस्ट्री में राज कर रहे थे। अमिताभ बच्चन को अपने शुरूआती करियर में काफी संघर्ष करना पड़ा।
अमिताभ बच्चन ने साल 1969 में फिल्म ‘सात हिन्दुस्तानी’ से इंडस्ट्री में कदम रखा था। इस फिल्म में उनके अलावा ए के हंगल, डिना पाठक, जलाल आगाह, अनवर अली, उत्पल दत्त जैसे कई बड़े सितारों ने काम किया था। हालांकि, ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई।

इस फिल्म के लिए उन्हें ‘नेशनल फिल्म अवॉर्ड फॉर बेस्ट न्यूकमर’ के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस फिल्म के बाद उन्होंने 1971 में लगभग सात फिल्मों में काम किया। उन्होंने राजेश खन्ना के साथ फिल्म ‘आनंद’ में काम किया, जिसमें अमिताभ बच्चन की परफॉर्मेंस राजेश खन्ना के आगे धरी की धरी रह गई।

अमिताभ बच्चन ने 1971 से लेकर 1973 तक के बीच में लगभग 14 से 15 फिल्मों में काम किया, लेकिन इन सभी फिल्मों में वह सिंगल एक्टर नहीं थे। आनंद में जहां उन्होंने सुपरस्टार राजेश खन्ना संग स्क्रीन शेयर की, तो वहीं परवाना में उनके साथ शत्रुघ्न सिन्हा नजर आए थे।

इसके अलावा उन्होंने गुड्डी, संजोग, बॉम्बे टू गोवा, बावर्ची, रास्ते का पत्थर सहित कई फिल्मों में काम किया, लेकिन उन्हें वो स्टारडम नहीं मिला, जिसके लिए बिग बी तरस रहे थे। हालांकि, आनंद, गुड्डी सहित कई फिल्मों में उनके किरदार को लोगों ने खूब सराहा, लेकिन इसके बावजूद वह सुपरस्टार नहीं बन पाए।
साल 1973 में अमिताभ बच्चन ने पहली फिल्म जंजीर साइन की। आपको बता दें जया भादुड़ी के अपोजिट अमिताभ बच्चन मेकर्स की पहली पसंद नहीं थे। उनसे पहले इस फिल्म के लिए डायरेक्टर प्रकाश मेहरा ने देवानंद, धर्मेंद्र और राजकुमार को अप्रोच किया था, लेकिन बात नहीं बन पाई और जंजीर में अमिताभ बच्चन को लिया गया।
सलीम-जावेद ने बॉम्बे टू गोवा देखने के बाद निर्देशक को फिल्म में कास्ट करने के लिए अमिताभ बच्चन का नाम सजेस्ट किया था। अमिताभ बच्चन के करियर के लिए ये फिल्म मील का पत्थर साबित हुई और फिल्म से उन्हें इंडस्ट्री के ‘एंग्री यंग मैन’ का खिताब मिल गया।