May 20, 2024     Select Language
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वजन घटाने से लेकर दिल की धड़कनों को महफूज रखता है सूखा आलू बुखारा…

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कोलकाता टाइम्स : 
र्मियों का सीजन आते ही मार्केट में एक से बढ़कर एक रसीले फल देखने को मिलते है, वैसे भी सीजन फ्रूट खाने के फायदे अलग है। इन्‍हीं फ्रूट में से एक होता है आलूबुखारा। कई लोगों जहां इसे खट्टे मीठे फल को खाना पसंद करते है, वहीं कुछ लोग इसक‍ी खट्टास की वजह से इसे खाने से अवॉइड ही करते है। अगर आप प्‍लम या आलूबुखारा खाना पसंद नहीं करते है तो सूखे प्‍लम भी आप खा सकते है। ये स्‍वादिष्‍ट ही नहीं बल्कि सेहत के लिए विटामिन और मिनरल्‍स युक्‍त किसी खजाने से कम नहीं है। सूखे प्‍लम फाइबर का बेहतर स्त्रोत हैं इसलिए वजन कम करने वाले लोगों को इसे अपने डाइट में शामिल करना चाहिए। इसमें भरपूर मात्रा में पोटेशियम होता है जिस वहज से ये ब्‍लड प्रेशर कन्‍ट्रोल करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं।
इसमें मौजूद एंटीऑक्‍सीडेंट की मात्रा कई सारी बीमारियां जैसे कि ब्‍लड की क्‍लॉटिंग, कॉलेस्‍ट्रॉल की मात्रा को कंट्रोल करना और साथ ही आंखेां के सूखेपन और डायबिटिज को भी मात दे देता है। आइए जानते है इसे खाने के फायदे।
वजन कम करता है :
एक ताजा अध्ययन में पाया कि वजन और मोटापे से ग्रस्‍त लोगों ने 12 हफ्ते तक रोजाना सूखे प्‍लम खाकर लगभग 2 किलो वजन कम कर लिया था। प्‍लम ऊर्जा का बेहतर स्‍त्रोत हैं। ये देरी से पचते हैं और लंबे समय तक भूख नहीं लगने देते। ये घुलनशील फाइबर का अच्‍छा स्‍त्रोत हैं, जिससे आपको वजन कम करने में मदद मिलती है। हार्ट डिजीज से बचाए फाइटोकेमिकल्स होने की वजह से ये एक पावरफुल एंटीऑक्‍सीडेंट के रूप में कार्य करते हैं।
सूखे प्‍लम :
धमनियों को खत्‍म कर हार्ट डिजीज़ से बचाने में सहायक हैं। इसके अलावा हाई फाइबर होने की वजह से ये हार्ट के लिए हेल्‍दी होते है। डायबिटीज के मरीजों के लिए अच्‍छा हाई फाइबर, फ्रक्टोज और सोर्बिटोल तत्‍वों की वजह से सूखे प्‍लम से ब्‍लड शुगर लेवल नहीं बढ़ता है। ये पेट में ग्‍लूकोज बढ़ने की दर की धीमा करने में सहायक हैं। इतना ही नहीं इसमें मौजूद घुलनशील फाइबर से इंसुलिन बढ़ने में मदद मिलती है। इसलिए ये टाइप 2 डायबिटीज से बचाने और रोकने के लिए अच्छे होते हैं।
ऑस्टीयोपरोसिस :
सूखे प्‍लम बोरान का बेहतर स्‍त्रोत है जिससे हड्डियों के घनत्‍व के सुधार में मदद मिलती है। एक अध्‍ययन में पाया गया कि सूखे प्‍लम खाने से हड्डियों को जरुरी न्‍यूट्रिशियन मिलता है जिससे उनके घनत्‍व में विकास होता है।
हाइपरटेंशन : इसमें मौजूद हाई पोटेशियम से ब्‍लड प्रेशर रेगुलेट करने में मदद मिलती है। सौ ग्राम सूखे प्‍लम में 745 मिलिग्राम पोटेशियम पाया जाता है। सूखे प्‍लम को भिगोकर उसकी केवल एक खुराक खाने वाले मरीजों को ब्‍लड प्रेशर नियंत्रित करने में मदद मिली थी।
पाचन में सहायक : सूखे प्‍लम कब्‍ज और खराब पाचन से पीड़ित लोगों के लिए एक बेहतर ऑप्‍शन है। इतना ही नहीं ये बड़ी आंत में अच्छे बैक्‍टीरिया के विकास को बढ़ावा देकर पाचन में सहायक है।
कोलेस्‍ट्रॉल को करता है नियंत्रण :
सूखे प्‍लम में मौजूद फाइबर बाइल एसिड को रोक कर उन्‍हें शरीर से बाहर निकालने में मदद करते है। बाइल एसिड के नुकसान की भरपाई करने के लिए लीवर ब्‍लड से कोलेस्ट्रॉल निकालकर उससे नए बाइल एसिड जोड़ने लगता है। इस क्रिया से ब्‍लड कोलेस्‍ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद मिलती है।

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