क्या आपको पता है महिलाओं ने बनवाए थे भारत के ये मशहूर स्मारक
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
इस मकबरे का निर्माण 16वीं शताब्दी में दूसरे मुगल बादशाह हुमायूं की पत्नी बेगा बेगम ने करवाया था। इसे भारत में मुगल वास्तुकला के शुरुआती उदाहरणों में से एक माना जाता है और यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है।
इत्माद-उद-दौला, आगरा
इस मकबरे का निर्माण 17वीं शताब्दी में नूरजहां ने अपने पिता मिर्जा गियास बेग की याद में करवाया था। ताजमहल से इसकी समानता होने के कारण इसे अक्सर “बेबी ताजमहल” भी कहा जाता है।
रानी की वाव, पाटन
गुजरात के पाटन शहर में स्थित इस बावड़ी का निर्माण 11वीं शताब्दी में महारानी उदयमती ने करवाया था। यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की लिस्ट में भी शामिल है और भारत का सबसे खूबसूरत बावड़ियों में से एक है।
विरुपाक्ष मंदिर, पट्टाडकल
इस मंदिर का निर्माण 8वीं शताब्दी में रानी लोकमहादेवी ने कर्नाटक के पट्टाडकल शहर में करवाया था। यह भगवान शिव को समर्पित है और चालुक्य स्थापत्य शैली के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है। इस मंदिर को लोकमहादेवी ने पल्लवों के खिलाफ अपने पति विक्रमादित्य द्वितीय की जीत के उपलक्ष्य में बनवाया था।
लाल दरवाज़ा मस्जिद, जौनपुर
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में मौजूद इस ऐतिहासिक मस्जिद को सन 1447 में सुल्तान महमूद शर्की की रानी राजे बीबी ने बनवाया था। यह मस्जिद संत सैय्यद अली दाऊद कुतुबुद्दीन को समर्पित थी। इसकी डिजाइन और शैली ‘अटाला मस्जिद’ से काफी मिलती-जुलती है।