इस शहर को बचने दूसरे शहरों को डुबो देगा चीन, ड्रैगन की फैसले से लोग नाराज
कोलकाता टाइम्स :
रिकॉर्ड बारिश ने चीन की नाक में दम कर दिया है और लाखों लोग भारी बारिश और बाढ़ की वजह से गंभीर तौर पर प्रभावित हुए हैं। तबाही मचाने वाली बारिश के बाद चीन के उत्तरी हेबेई प्रांत में करीब 10 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर ट्रांसफर किया गया है। राजधानी बीजिंग की नदियां उफान मार रही हैं और उससे राजधानी के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। लिहाजा, हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। वहीं, अब चीन की सरकार इस बात पर विचार कर रही है, कि बीजिंग को बचाने के लिए आस पास के प्रांतों में पानी छोड़ा जाए, जिसको लेकर लोगों का गुस्सा भड़क गया है।
चीन में सोशल मीडिया पर भारी गुस्सा जताया जा रहा है और चीन के नागरिक, कम्युनिस्ट पार्टी के उस अधिकारी के खिलाफ गुस्सा जता रहे हैं, जिन्होंने बीजिंग को बचाने के लिए दूसरे प्रांतों को ‘खाई’ की तरह इस्तेमाल किया जाए कहा । कम्युनिस्ट पार्टी के नेता ने सुझाव दिया है, कि ज़ुओझोउ शहर और बीजिंग के पास के अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को “राजधानी के लिए खाई” के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए। राजधानी बीजिंग की तीन तरफ से सीमा से लगे प्रांत हेबेई के कम्युनिस्ट पार्टी सचिव नी यूफेंग ने इस सप्ताह की शुरुआत में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने के बाद यह टिप्पणी की है। आपको बता दें, कि बीजिंग की हालत पिछले दिनों आई तूफ़ान डोक्सुरी की वजह से हुआ है, जिसने उत्तर-पूर्वी चीन में तबाही मचा दी है, घरों को नष्ट कर दिया है और सैकड़ों हजारों लोगों को घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
सबसे अधिक प्रभावित शहरों में ज़ुओझोउ शहर है, जहां करीब 6 लाख लोग रहते हैं और जहां पिछले एक हफ्ते में पिछले एक साल के मुताबिक बारिश हुई है। इस शहर के करीब डेढ़ लाख लोग डायरेक्ट प्रभावित हुए हैं। इस शहर में सैकड़ों कारें और बसें बह गईं हैं और पुल नष्ट हो गए हैं। वहीं, बिजली की आपूर्ति भी ठप हो गई है, क्योंकि मूसलाधार बारिश ने पूरे क्षेत्र में सड़कों को नदियों में बदल दिया है। लिहाजा, कम्युनिस्ट पार्टी सचिव नी यूफेंग का आधिकारिक बयान चीनी सोशल मीडिया चैट एप्लीकेशन वी चैट पर प्रकाशित हुए है, जिसें उन्होंने पड़ोसी राज्यों को “राजधानी के लिए एक खाई के रूप में बनाने” के लिए बाढ़ भंडारण और डिटेंशन क्षेत्र का इस्तेमाल करने की कसम खाई। हालांकि, लोगों के भारी विरोध के बाद उनके बयान को हटा लिया गया है और ऐसा लग रहा है, कि अब इस विषय की चर्चा वीबो पर सेंसर कर दी गई है। ब्लूमबर्ग के अनुसार, संबंधित हैशटैग को गुरुवार तक 8 करोड़ से ज्यादा बार देखा गया है।