335.5 करोड़ भी लग रहा ‘सिर्फ’, कांग्रेस सांसद धीरज साहू के घर है कुबेर का खजाना
कोलकाता टाइम्स :
स्थानीय बैंकों के मुताबिक स्टेट बैंक के 50 से ज्यादा कर्मचारियों ने 25 से ज्यादा मशीनों का इस्तेमाल करके इन नोटों को गिना. गिनती के दौरान दो बार मशीनें गर्म भी हुई. लिहाजा दो तीन मशीनों को गिनती से हटा दिया गया. जितनी बड़ी मात्रा में कैश की बरामदगी हुई है, इनकम टैक्स के अधिकारी भी एक पल को यह देखकर हैरान हैं. इससे पहले 2019 में कानपुर में हुए जीएसटी छापे में 257 करोड़ रुपए मिले थे.
किसी भी छापे को लेकर आयकर विभाग तब तक कोई भी आधिकारिक बयान जारी नही करता है जब तक रेड की कार्यवाही पूरी न हो जाए. साथ ही बरामद कैश, ज्वैलरी, प्रोपर्टी समेत तमाम कागजातों का आकलन कर लेने के बाद ही भारत सरकार का आयकर विभाग अपनी ओर से ऑफिशियल बयान देता है. ऑपरेशन पूरा हो जाने पर ही विभाग संबंधित शख्स से कैश और तमाम रिकवरी को लेकर सवाल पूछते हैं.
कैश, बरामद ज्वैलरी, प्रोपर्टी का अगर सही ब्यौरा नही दिया जाता है तो रिकवरी को सीज यानी जब्त कर लिया जाता है और बैंक में जमा करवा दिया जाता है. रांची में गिनती पूरी हो जाने के बाद आयकर विभाग धीरज साहू से पूछताछ करेगा.