आतंकियों की इस बौखलाहट से ही राजौरी और पूंछ बिखर रहा
बता दें कि पिछले सुरक्षा बल जम्मू-कश्मीर में लगातार एंटी टेरर ऑपरेशन चला रहे हैं. इस दौरान राजौरी और पूंछ में चलाए गए ऑपरेशन में टॉप आतंकी कारी और मुनव्वर समेत 14 आतंकी हिंटरलैंड में मारे गए हैं. जबकि, 13 आतंकी एलओसी क्रॉस करते हुए ढेर किए गए हैं. कुल मिलाकर एक साल में इन दोंनों इलाके में 27 आतंकी मार गिराए गए हैं. ऐसे में आतंकी बौखलाए हुए हैं. वहीं, सेना के 19 जवान वीरगति को प्राप्त हुए हैं.
कश्मीर में अपनी गतिविधियों को अंजाम देने में नाकाम होने के बाद पाकिस्तान और आतंकी संगठन जम्मू संभाग में राजौरी और पूंछ के इलाकों को निशाना बना रहे हैं. दुर्गम इलाके, घने जंगल और प्राकृतिक गुफाएं होने के कारण आतंकी इन इलाकों को निशाना बना रहे हैं. पाकिस्तान की अपनी माली हालत भी खराब है, वहीं वहां आम चुनाव होने वाले हैं. पाकिस्तान के कश्मीर को लेकर प्रोपेगेंडा चलाने की कोशिश लगातार फेल हो रही है, ऐसे में पाकिस्तानी सेना और आईएसआई राजौरी और पूंछ में आतंकी हमले करके अपने लोगों में झूठा नैरेटिव चलाना चाहती हैं. लेकिन, पाकिस्तान और आतंकी संगठनों का ये प्लान सुरक्षा बल लगातार फेल कर रहे हैं.
सुरक्षा और रक्षा विशेषज्ञों ने एलओसी पर सुरक्षा प्रबंधन और खुफिया नेटवर्क को तत्काल मजबूत करने की आवश्यकता जताई है. विशेषज्ञों ने क्षेत्र में आतंकवादियों की बढ़ती गतिविधियों पर चिंता व्यक्त की है. सेना की नगरोटा स्थित सोलहवीं कोर का नेतृत्व कर चुके लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) परमजीत सिंह ने स्वीकार किया कि जिस इलाके में यह घटना हुई, वह दुर्गम इलाका है.