भूख से मरते पाकिस्तान में नवाज शरीफ ने रैली में एक लाख की टोपी से ढकी सर
कोलकाता टाइम्स :
पाकिस्तान में चुनावी बयार बहने लगी है. तमाम राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुट गई हैं. नवाज शरीफ की अगुआई वाली पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज भी चुनावी मैदान में उतर गई है. लेकिन उससे पहले नवाज शरीफ अचानक यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं.
दरअसल पाकिस्तान के कई इंटरनेट यूजर्स ने दावा किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ जब पंजाब प्रांत के ननकाना साहिब में एक रैली को संबोधित करने पहुंचे तो उन्होंने एक लाख पाकिस्तानी रुपये की कीमत वाली गुची की हैट यानी टोपी पहनी हुई थी.
इस रैली की खास बात सिर्फ नवाज की टोपी की कीमत ही नहीं थी, बल्कि कुछ यूजर्स ने बताया कि टोपी पर जो स्ट्रिप्स थीं, उसका रंग इमरान खान की पार्टी पीटीआई (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) के जैसा है.
नवाज शरीफ की टोपी की कीमत को सही साबित करने के लिए इंटरनेट यूजर्स ने इनवॉइस और रसीदों का पुलिंदा तक पेश कर दिया. नवाज शरीफ की कथित एक लाख पाकिस्तानी रुपये की टोपी पर विवाद ऐसे वक्त पर हुआ है, जब देश में महंगाई सातवें आसमान पर है और ईंधन से लेकर बिजली तक की कीमतें आम आदमी की जेब से बाहर हो गई हैं.
वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान कोरोना महामारी के बाद तेजी से रिकवरी कर रहा था. लेकिन वित्तीय असंतुलन के कारण वित्त वर्ष 2023 में इसमें रोड़ा अटक गया. इसके बाद तो पाकिस्तान की स्थिति और बदतर होती चली गई. उसे अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर एक के बाद एक कई झटके लगे.
काबू से बाहर महंगाई, बढ़ता कर्ज, गिरती मुद्रा, खाली होते विदेशी मुद्रा भंडार, राजनीतिक अस्थिरता और भयानक बाढ़ ने पाकिस्तान के लिए स्थिति और बदतर कर दी. रिपोर्ट के मुताबिक, बढ़ती बेरोजगारी और कम होते वेतन ने न सिर्फ गरीबी में इजाफा किया बल्कि आउट ऑफ कंट्रोल महंगाई ने खासकर गरीब लोगों की कमर तोड़कर रख दी.