सत्ता से जेल तक, ‘मोस्ट वॉन्टेड’ पूरी सेना लेकर कैसे चुनाव लड़ेंगे कप्तान
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राजनीति के जिस बैट्समैन से उसका BAT ही छीन लिया गया हो, वो भला पिच पर बैटिंग क्या करेगा. कुछ यही हाल इमरान खान की पार्टी के उम्मीदवारों का है. जो अब BAT के चिन्ह पर चुनाव नहीं लड़ सकते. इसलिए निर्दलीय उम्मीदवार बनकर मैदान में उतर गए हैं, जिन्हें अलग-अलग चुनाव चिन्ह मिले हैं. अब इसका इमरान की पार्टी पर चुनाव में क्या असर होगा, इसका विश्लेषण करेंगे लेकिन PTI से चुनाव चिन्ह छीन क्यों लिया गया, पहले आपको ये समझना होगा.
PTI को पार्टी संविधान के तहत चेयरमैन पद के लिए आंतरिक चुनाव कराने थे, लेकिन ऐसा नहीं किया गया.
पाकिस्तान के चुनाव आयोग में इसकी शिकायत हुई, जांच के बाद चुनाव आयोग ने PTI का चुनाव चिन्ह रद्द कर दिया.
चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ PTI पेशावर हाईकोर्ट चली गई, जिसके बाद चुनाव चिन्ह फिर बहाल हो गया .
लेकिन फिर मामला पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया, 13 जनवरी 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने PTI को झटका दिया और चुनाव आयोग के फैसले को सही माना.
अब PTI का चुनाव चिन्ह रद्द किया जा चुका है, और PTI के नेता अलग-अलग चिन्ह पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.
चुनाव चिन्ह की बहाली को लेकर PTI ने गुरुवार को जल्दबाजी में आंतरिक चुनाव कराने का फैसला किया. पत्र जारी कर बताया कि 5 फरवरी को चेयरमैन पद के लिए चुनाव होंगे, जिसके नतीजे 6 फरवरी को आएंगे. हालांकि, PTI के इस कदम का उसे कितना फायदा मिलेगा, कहा नहीं जा सकता. क्योंकि 8 फरवरी को ही पाकिस्तान में आम चुनाव है.
किसी भी चुनाव को जीतने के लिए प्रत्याशी के लिए जरूरी होता है चुनाव प्रचार, इसके लिए उम्मीदवार वोटर्स के बीच जाते हैं. लेकिन PTI के निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे ज्यादातर नेता अंडरग्राउंड हैं. इन नेताओं को डर है कि जिस तरह एक एक करके PTI के बड़े नेताओं को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया है, कहीं अगला नंबर इनका ना आ जाए.
पाकिस्तान में पूरी PTI मोस्ट वॉन्टेड हुई बैन
ऐसा लगता है जैसे इमरान खान, बुशरा बीवी और शाह महमूद कुरैशी के बाद अब पाकिस्तान में पूरी PTI ही मोस्ट वॉन्टेड हो गई है. PTI नेताओं के डर की वजह 9 मई 2023 का घटनाक्रम है. 8 मई 2023 को इमरान खान को गिरफ्तार किया गया था, इसके अगले दिन 9 मई को PTI नेताओं और कार्यकर्ताओं देश में जबरदस्त हिंसा और आगजनी की थी.
PTI नेताओं की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया था, कई बड़े नेताओं को केस दर्ज गिरफ्तार किया गया. PTI के ज्यादातर निर्दलीय उम्मीदवारों पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं, इन नेताओं को गिरफ्तारी का डर सता रहा है.