जटायु अब समंदर में भी करेगा चीनी जासूसी जहाज पर वॉर, जिनपिंग से फिसला मालदीव!
INS जटायु की कोच्चि से दूरी करीब 400 किलोमीटर और मालदीव से तो ये सिर्फ 250 किलोमीटर दूर है. यानी मालदीव में चल रही एंटी इंडिया गतिविधियों पर यहां से नजर रखी जा सकेगी. इसकी मदद से भारतीय नौसेना, हिंद महासागर से लेकर अरब सागर तक निगरानी के ऑपरेशन को अंजाम दे पाएगी. ये इलाका दुनिया का महत्वपूर्ण व्यापारिक मार्ग है, इस रास्ते से होकर दुनिया का 70 प्रतिशत व्यापार होता है.
ये पूरा इलाका भारतीय नौसेना के लिए इतना जरूरी है कि पास में ही कव-रत्ती द्वीप पर पहले से ही एक नौसैनिक अड्डा INS द्वीप-रक्षक मौजूद है. इसके बाद अब INS जटायु को तैयार किया जा रहा है. लक्षद्वीप से भारतीय नौसेना किस प्रकार पूरे इलाके पर नजर रखेगी. यहां से किस प्रकार सैन्य ऑपरेशन किये जाएंगे आइए बताते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी की लक्षद्वीप से तस्वीरें आने के दो महीने बाद ही भारतीय नौसेना का जटायु अध्याय शुरु होने जा रहा है. लक्षद्वीप के मिनिकॉय आइलैंड में भारत का महत्वपूर्ण नौसैनिक अड्डा INS जटायु बनकर तैयार है. INS जटायु के उद्धाटन की टाइमिंग का मालदीव में चीन के बढ़ते असर से सीधा संबंध है.