May 20, 2024     Select Language
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जटायु अब समंदर में भी करेगा चीनी जासूसी जहाज पर वॉर, जिनपिंग से फिसला मालदीव!

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कोलकाता टाइम्स : 
क्षद्वीप के दक्षिण में मिनिकॉय द्वीप पर भारतीय नौसेना के एक नेवल बेस का उद्घाटन होगा. जिसका नाम है आईएनएस जटायु. किसी जटायु की तरह इस नौसैनिक अड्डे से दुश्मनों पर निगरानी रखी जा सकेगी. उनका मुकाबला किया जाएगा और जरूरत हुई तो जटायु उनपर ताकतवर पंजा भी मारेगा. 6 मार्च को नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरिकुमार इस नौसैनिक अड्डे का उद्धाटन करेंगे.
बताया गया है कि यहां एक हवाई पट्टी भी तैयार की जाएगी. इसका मतलब है कि जल्द ही यहां से भारतीय नौसेना के फाइटर जेट्स और निगरानी विमान उड़ान भर पाएंगे. INS जटायु की वजह से आसपास के सैकड़ों किलोमीटर के इलाके में भारत की नौसैनिक ताकत कई गुना बढ़ जाएगी. ये इलाका मालदीव के करीब है. यानी मालदीव पहुंचनेवाले चीन के जासूसी जहाज और चीन की नौसेना के युद्धपोत अब भारतीय निगरानी की रेंज में होंगे. सबसे पहले आपको INS जटायु की तीन प्रमुख बातें बताते हैं.

INS जटायु की कोच्चि से दूरी करीब 400 किलोमीटर और मालदीव से तो ये सिर्फ 250 किलोमीटर दूर है. यानी मालदीव में चल रही एंटी इंडिया गतिविधियों पर यहां से नजर रखी जा सकेगी. इसकी मदद से भारतीय नौसेना, हिंद महासागर से लेकर अरब सागर तक निगरानी के ऑपरेशन को अंजाम दे पाएगी. ये इलाका दुनिया का महत्वपूर्ण व्यापारिक मार्ग है, इस रास्ते से होकर दुनिया का 70 प्रतिशत व्यापार होता है.

ये  पूरा इलाका भारतीय नौसेना के लिए इतना जरूरी है कि पास में ही कव-रत्ती द्वीप पर पहले से ही एक नौसैनिक अड्डा INS द्वीप-रक्षक मौजूद है. इसके बाद अब INS जटायु को तैयार किया जा रहा है. लक्षद्वीप से भारतीय नौसेना किस प्रकार पूरे इलाके पर नजर रखेगी. यहां से किस प्रकार सैन्य ऑपरेशन किये जाएंगे आइए बताते हैं.

प्रधानमंत्री मोदी की लक्षद्वीप से तस्वीरें आने के दो महीने बाद ही भारतीय नौसेना का जटायु अध्याय शुरु होने जा रहा है. लक्षद्वीप के मिनिकॉय आइलैंड में भारत का महत्वपूर्ण नौसैनिक अड्डा INS जटायु बनकर तैयार है. INS जटायु के उद्धाटन की टाइमिंग का मालदीव में चीन के बढ़ते असर से सीधा संबंध है.

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