3000 किमी दूर बैठ भारत के लिए खतरे का अलार्म बजा रही !
बाढ़ का पानी रूस की बस्तियों को ही नहीं बहा रहा बल्कि कजाखिस्तान के कई इलाकों को भी उजाड़ रहा है. रूस और कजाखिस्तान का यह संकट केवल इन दो देशों का नहीं बल्कि 8 अरब की आबादी के लिए खतरे के अलार्म है. आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि आखिर भारत से सैकड़ों किलोमीटर दूर रूस में आए इस संकट को हम भारत से कैसे जोड़ सकते हैं. इसे भारत के कल के लिए चेतावनी क्यों कहा जा रहा है, बताएंगे आप को रूस की बाढ़ का इंडिया एंगल.
जिस पुतिन ने यूक्रेन युद्ध के जरिए पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया वो पुतिन प्राकृतिक आपदा के सामने असहाय नजर आ रहे हैं. 14 करोड़ की आबादी वाले रूस की एक लाख से ज्यादा आबादी बाढ़ की जद में आ चुकी है. यूराल नदी में पानी बढ़ने के बाद बुधवार को रूस और कजाकिस्तान के शहरों और कस्बों में बाढ़ आ गई है. इससे एक लाख से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित जगहों की तरफ जाना पड़ा.