जिस कोविशील्ड ने जीवन नहीं दिया मौत, उसके मुआवजा को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला
कोलकाता टाइम्स :
सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में वकील ने बताया कि कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी ने ये माना है कि कोरोना काल में जिन्होंने कोविशील्ड वैक्सीन लगवाई थी. उनमें रेयर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. कंपनी ने यह भी माना कि इससे ब्लड में प्लेटलेट्स भी कम होने के साथ खून में थक्के जम सकते हैं. इसलिए वकील विशाल तिवारी ने याचिका में कहा कि इस वैक्सीन की जांच मेडिकल टीम से कराई जाए और वैक्सीन से हुए नुकसान का निर्धारण भी केंद्र द्वारा किया जाए, ताकि जिन लोगों को वैक्सीन के कारण नुकसान हुआ है. या जिनकी मौत हो गई है. उन्हें मुआवजा देने के निर्देश दिये जाएं.
सुप्रीम कोर्ट में लगाई गई याचिका में बताया गया कि इस वैक्सीन के करीब 175 करोड़ डोज लगाए जा चुके हैं. कोविशील्ड निर्माण करने वाली कंपनी ब्रिटिश फार्मा एस्ट्राजेनेका ने यूके की कोर्ट में एक्सेप्ट किया था. कि कोविड वैक्सीन के रेयर साइड इफेक्ट हो सकते हैं. उन्होंने कहा था कि कोविशील्ड के कारण खून के थक्के जमने सहित प्लेटलेट्स कम होने की स्थिति बन सकती है. याचिका में यह भी कहा गया कि कुछ देशों में वैक्सीन से हुए नुकसान पर सरकार की तरफ से भी आर्थिक मदद करने का प्रावधान है.