12 साल बाद मनु ने भारत को दिलाया वह चीज कि पूरी दुनिया में हो रही तारीफ
कोलकाता टाइम्स :
पिस्टल लाइसेंस लेना भी मनु भाकर के लिए एक बड़ी चुनौती था. उनके पिता को लाइसेंस के लिए कई बार अधिकारियों के चक्कर लगाने पड़े, लेकिन मनु के हौसले बुलंद थे और उन्होंने कभी हार नहीं मानी. उनकी मेहनत रंग लाई और उन्हें लाइसेंस मिल गया.
शूटिंग के अलावा मनु भाकर ने बॉक्सिंग, किक बॉक्सिंग और क्रिकेट जैसे अन्य खेलों में भी हाथ आजमाया है. उन्होंने वीरेंद्र सहवाग की क्रिकेट एकेडमी में भी ट्रेनिंग लिया है. लेकिन शूटिंग के प्रति उनका लगाव इतना गहरा था कि उन्होंने इसी खेल को अपना करियर बनाने का फैसला किया
शूटिंग के अलावा मनु भाकर ने बॉक्सिंग, किक बॉक्सिंग और क्रिकेट जैसे अन्य खेलों में भी हाथ आजमाया है. उन्होंने वीरेंद्र सहवाग की क्रिकेट एकेडमी में भी ट्रेनिंग लिया है. लेकिन शूटिंग के प्रति उनका लगाव इतना गहरा था कि उन्होंने इसी खेल को अपना करियर बनाने का फैसला किया.
मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. वह शूटिंग में भारत के लिए मेडल जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं. भारत को शूटिंग में मेडल मिलने का यह क्षण 12 साल बाद आया है.